पीएम मोदी ने तमिलनाडु में लगाई योजनाओं की झड़ी
नई दिल्ली……
चीन और पाकिस्तान के साथ दोनों मोर्चों पर तनाव के बीच भारतीय सेना की ताकत बढ़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन मार्क 1 ए को राष्ट्र को समर्पित किया। तमिलनाडु और केरल के दौरे पर पीएम मोदी ने स्वदेशी अर्जुन मेन बैटल टैंक (एमके-1ए) चेन्नई में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को सौंपा। पीएम मोदी ने तमिलनाडु में एक के बाद एक कई विकास परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने चेन्नई मेट्रो प्रोजेक्ट फेज-1 एक्सटेंशन का उद्घाटन भी किया। पीएम मोदी ने तमिलनाडु में योजनाओं की शुरुआत के बाद कहा, श्आज चेन्नई से हम ई-इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू कर रहे हैं, ये प्रोजेक्ट इनोवेशन और स्वदेशी विकास के प्रतीक हैं। इनसे तमिलनाडु का और विकास होगाश्। उन्होंने बताया कि चेन्नई मेट्रो का तेजी से विकास हो रहा है, इस साल के बजट में इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के लिए 63,000 करोड़ से ज्यादा रुपये आवंटित किए गए हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने पुलवामा के शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, श्दो साल पहले पुलवामा हमला हुआ था। हम उस हमले में जान गंवाने वाले अपने सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। उनकी बहादुरी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी मद्रास के डिस्कवरी कैंपस की आधारशिला रखी। यह कैंपस चेन्नई के पास थय्युर में बनाया जाएगा। पहले चरण में 2 लाख वर्ग मीटर से अधिक एरिया में बनने वाले इस कैंपस के निर्माण में 1000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रैंड एनीकट नहर प्रणाली के विस्तार, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण की आधारशिला रखी। इस नहर का आधुनिकीकरण 2,640 करोड़ रुपये की लागत से होगा, जिससे नहरों में जल वहन करने की क्षमता बढ़ेगी।
अर्जुन टैंक पर पीएम मोदी ने कहा, श्मुझे स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए और बनाए गए अर्जुन मेन बैटल टैंक(एमके-1ए) को सौंपते हुए गर्व है। ये स्वदेशी गोलाबारूद का भी इस्तेमाल करता है। तमिलनाडु पहले ही भारत का ऑटोमोबाइल निर्माण का हब है,अब मैं तमिलनाडु को भारत के टैंक निर्माण के हब के रूप में विकसित होते देखता हूं। 8 हजार 400 करोड़ रुपये की कीमत वाले इस टैंक को पूरी तरह भारत में बनाया गया है। ये 118 टैंक सेना के पहले बैच में शामिल होंगे। अर्जुन श्रेणी के काफी टैंक पहले ही पश्चिम रेगिस्तान में पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात हैं। इन 118 अर्जुन टैंक से सेना में बख्तरबंद कोर में दो रेजिमेंट बनाई जाएगी।