दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल स्टेशनों के आसपास मिलेगी न्यू टाउनशिप की सौगात
नई दिल्ली…….
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से मेरठ से दिल्ली के बीच रैपिड रेल के करीब एक दर्जन स्टेशनों के आसपास न्यू टाउनशिप विकसित होगी। वहीं दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ में मेट्रो संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। इस तरह मेरठ-गाजियाबाद के बीच का इलाका रैपिड रेल से मालामाल होगा। स्टेशनों के दोनों तरफ के इलाकों का महत्व बढ़ जाएगा। पहली बार आनंद विहार, साहिबाबाद से लेकर मेरठ के बीच चैड़ी सड़कों के बीच रैपिड रेल दौड़ेगी।
एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल का संचालन करीब 82 किमी क्षेत्र में होगा। इसमें 14 किमी का क्षेत्र दिल्ली में आता है, जो घनी आबादी वाला विकसित क्षेत्र है। दिल्ली के क्षेत्र में रैपिड रेल के तीन स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसी तरह आनन्द विहार के बाद उत्तर प्रदेश (गाजियाबाद) की सीमा शुरू हो जाती है। आनन्द विहार, साहिबाबाद और गाजियाबाद स्टेशनों के आसपास काफी विकसित इलाका है।
इन इलाकों में मेट्रो संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। गाजियाबाद स्टेशन के बाद मेरठ साउथ स्टेशन (परतापुर तिराहा) तक रैपिड रेल कॉरिडोर के दोनों तरफ न्यू टाउनशिप विकसित होगी। कारण रैपिड रेल का ट्रैक दिल्ली से मेरठ के बीच एलिवेटेड और अंडरग्राउंड दोनों रहेगा। स्टेशन बिल्कुल वर्ल्ड क्लास का होगा। मेरठ में एमडीए की योजना शताब्दीनगर में भी न्यू टाउनशिप का विकास होना तय है। कारण रैपिड के स्टेशन से दो किलोमीटर के दायरे में ही आवासीय योजना है। साफ है कि करीब एक दर्जन स्टेशनों के दोनों तरफ न्यू टाउनशिप विकसित होगी।
गाजियाबाद जिले में साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किमी का क्षेत्र रैपिड रेल का है। साहिबाबाद, गाजियाबाद के बाद गुलधर, दुहाई और उससे आगे मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नार्थ तक के इलाके में न्यू टाउनशिप की संभावनाएं हैं। एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि स्टेशनों के दोनों तरफ विकास होना तय है। दोनों तरफ करीब 500-500 मीटर का क्षेत्र विकसित क्षेत्र होगा। व्यावसायिक गतिविधियां भी होंगी। फूड आउटलेट, एटीएम, मार्केट कांम्पलेक्स आदि होंगे। वहीं रैपिड और मेट्रो के स्टेशनों के दोनों तरफ प्रवेश और निकास द्वार होंगे। इससे स्थानीय लोगों को काफी सुविधा होगी। यही स्थिति मेरठ जिले में मेरठ साउथ (परतापुर तिराहा) शताब्दीनगर, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम में होगा। न्यू टाउनशिप की संभावनाएं इस कारण भी अधिक हैं कि आवागमन बहुत सुगम हो जाएगा। मात्र पांच से 10 मिनट में रैपिड और मेट्रो की सेवा रहेगी। ऐसे में लोग दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किमी क्षेत्र में कहीं भी बसेंगे तो वे आसानी से रैपिड और मेट्रो को पकड़ सकते हैं।