भारत-चीन ने एलएसी पर तनाव कम करने पर जताई सहमति, जल्द होगी अगले दौर की वार्ता
नई दिल्ली —
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच छह नवंबर को लद्दाख के चुशूल सेक्टर में हुई दोनों पक्षों की कोर कमांडर स्तर की वार्ता को नई दिल्ली ने रचनात्मक बताया है। एक बयान में बताया गया है कि दोनों ही देशों के बीच जल्द अगली बैठक का आयोजन कर गतिरोध खत्म करने की दिशा में आगे की बातचीत की जाएगी। बैठक में दोनों पक्ष सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए राजी हो गए हैं।
आठवें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता के बाद भारत ने रविवार को बयान जारी कर कहा भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर डिस-एंगेजमेंट को लेकर दोनों पक्षों में गंभीर और रचनात्मक वार्ता हुई। केंद्र सरकार ने कहा दोनो पक्ष भारत और चीन ने नेताओं की सहमति को ईमानदारी से लागू करने पर सहमत हुए हैं। इसमें सीमावर्ती सैनिकों को सयंम बरतने के लिए सुनिश्चित करना और किसी भी गहतफहमी से बचना शामिल है। आगे की चर्चा अगली बैठक में होगी, जिसे जल्द ही आयोजित किया जाएगा।
भारत-चीन के बीच अप्रैल महीने से एलएसी पर सीमा विवाद जारी है। दोनों पक्षों के बीच जून महीने में तनाव तब चरम पर पहुंच गया था, जब गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों में हिंसक टकराव हो गया। इस दौरान, चीनी जवानों ने भारतीय जवानों पर धोखे से हमला बोल दिया था, जिसमें भारत के 20 जवान भी शहीद हो गए थे। इसके बाद भी अगस्त महीने में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे जवानों ने नाकाम कर दिया था।
आठवें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता के बाद जारी बयान में आगे कहा गया है कि भारत और चीन सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद और संचार बनाए रखने के लिए सहमत हुए हैं। इस बैठक में वार्ता को आगे बढ़ाते हुए, अन्य मुद्दों के निपटारे पर भी फोकस किया गया, ताकि संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखी जा सके। भारत और चीन ने जल्द ही एक और दौर की बैठक करने पर सहमति व्यक्त की है।