चीन की हटधर्मिता के चलते भारतीय थल-वायु सेना कर रही संयुक्त युद्धाभ्यास
नई दिल्ली
भारतीय क्षेत्र लद्दाख में एलएसी पर चीनी सेना लगातार आक्रामक रूख अपनाए हुए है। शांति के तमाम वादों के बावजूद उसकी हटधर्मिता बरकरार है और वह पीछे हटने को तैयार नहीं है। अब वह बड़ी मात्रा में विवादित स्थल पर सैनिकों और सैन्य शस्त्रों का जमावड़ा बढ़ा रहा है। चीन के आक्रमक रूख को देखते हुए भारतीय सेना की तैयारियां भी जोरों पर हैं। चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना और वायुसेना संयुक्त तौर पर अभ्यास कर रही है। रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख पदों के सृजन के दस महीने बाद दोनों सेनाएं पूर्वी लद्दाख सेक्टर के सामने चीनी सेना के खिलाफ संयुक्त रूप से अभ्यास कर रही हैं। इस अभ्यास में लेह के हवाई क्षेत्र में सी-17एस, इएशिन-76एस और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान देखे जा सकते हैं। युद्ध के दौरान भारतीय सेना को राशन और अन्य सामानों की आपूर्ति सही तरीके से हो सके इसके लिए भी निर्देश दिए गए हैं। लद्दाख क्षेत्र में तैनात एक वरिष्ठ वायु सेना कमांडर ने कहा, ष्वायुसेना के मुख्यालय से निर्देश दिए गए हैं कि सीमा पर तैनात सेना और अन्य सुरक्षा बलों की जो भी आवश्यकताएं हैं, उन्हें पूरा किया जाना चाहिए। फॉर्वर्ड एरिया में तैनात सेना के एक अधिकारी ने कहा कि इन दिनों रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख जनरल बिपिन रावत और दोनों सेनाओं के प्रमुख अक्सर चर्चा कर रहे हैं और चीनी सेना के खिलाफ कार्रवाई की योजना पर काम कर रहे हैं।