पर्यटकों से गुलजार हुए हरकीदून घाटी के बुग्याल क्षेत्र
उत्तरकाशी ———- मौसम खुशगवार होने के बाद हरीकदून घाटी में पर्यटकों से गुलजार होने लगी है। पर्यटकों के बड़ी संख्या में पहुंचने से यहां पर्यटन व्यवसाय से जुड़े स्थानियों लोगों के चहरे खिल उठे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटक हरकीदून घाटी का भ्रमण के दौरान गांव में भी निवास कर रहे हैं। जिससे यहां मेला जैसा माहौल बना है। बता दें कि हर साल हरकीदून घाटी में हजारों की तादात में पर्यटक घुमने आते है। लेकिन बारिश का मौसम खुशगावार होने के बाद इन दिनों एक बार फिर हरकीदून घाटी सहित केदारकांठा, भराड सर जलसरोवर, देवक्यार बुग्याल क्षेत्रों में पर्यटकों से गुलजार हो गई है। पर्यटक रुटो में कैंपिंग के साथ-साथ आस-पास के गांवों में रात्रि विश्राम कर रहे हैं। यहां गांवों में लकड़ी से बने हुये भवनों की कलाकृतियां पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रही है। मोरी तहसील के सांकरी, सौड़, सिदरी, ग्यच्वाण गांव, गंगाड, औसला सहित दर्जनों गांवों में इन दिनों ग्रामीणों से ज्यादा सैलानी नजर आ रहे हैं। जहां पर्यटकों को लकड़ी के भवनों में रुकने के अलावा उनको स्थानीय भोजन के साथ ही लोक संस्कृति भी देखने को मिल रही है। टूर आपरेटर संजू रावत, चैन सिंह रावत, रंजन सिंह, राजमोहन सिंह आदि ने बताया कि क्षेत्र में बुग्यालों में जाने वाले पर्यटक आज कल घरों में रुककर स्थानीय संस्कृति को जानने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रेक ऑपरेटरों ने कहा कि गोविंद वन्य जीव विहार राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। लेकिन इन ट्रेक रुटो पर कहीं भी शौचालय व कूड़ादान नही है। जिससे पर्यटकों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने पूरे ट्रेक रूटों पर जिला प्रशासन से शौचालय वह कूड़ादान लगाने की मांग की है। वहीं गोविंद वन्य जीव विहार राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र के सांकरी रेंज अधिकारी एलएस शैलानी ने बताया कि धन की कमी के कारण हरकीदून घाटी में आवश्यक सुविधाएं नहीं जुटा पा रहे है। धन आते ही सुविधाएं संभव है।