संत समाज ने दी ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी स्वतः प्रकाश को श्रद्धांजलि
हरिद्वार
ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी स्वतःप्रकाश महाराज की 38वीं पुण्यतिथी पर संत समाज ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्वामी सुरेश मुनि ने कहा कि गुरुदेव स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति व धर्म शास्त्रों के प्रकाण्ड विद्वान थे। उन्होंने धर्म, संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अपना विशेष योगदान दिया। स्वामी सुरेश मुनि ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज परम गौभक्त थे। गंगा के प्रति उनकी अगाध आस्था थी। महंत नारायण दास पटवारी महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में ब्रह्मलीन महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि दया, करूणा और स्नेह की निर्मल गंगा से भक्तों को अभिसिंचित करने वाले स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज महान संत थे। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान का संकल्प ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। स्वामी हरिहरानंद ने कहा कि स्वामी सुरेश मुनि सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरु के रूप में ब्रह्मलीन महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस मौके पर भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी, डॉ. पदम प्रसाद सुवेदी, ट्रस्टी नीलमणी पाठक, माखनलाल, विशाल गोयल, छत्रपाल गोयल, मदनपाल जिन्दल व प्रबंधक नितिन शर्मा ने सभी संत महापुरूषों व अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।