Sunday, May 19, 2024
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केरल को वंदे भारत व वाटर मेट्रो

 

दक्षिण भारत के राज्य केरल मंे नरेन्द्र मोदी की सरकार ने यातायात और माल ढुलाई का नया साधन दिया है। वाटर मेट्रो के माध्यम से राज्य के दस टापू आपस मंे जोड़ दिये गये हैं। इसी तरह वंदे भारत ट्रेन की सौगात भी उसी दिन केरल को मिली है। गुजरात मंे जिसतरह सी प्लेन ने लोगों को चौंकाया था, उसी तरह वाटर मेट्रो ने जनता का ध्यान खींचा है। केरल का कोच्चि ऐसा शहर है जहां पहली वाटर मेट्रो चलाई गयी है। यह बदलते भारत का एक उदाहरण है। वाटर मेट्रो को पहले चरण के रूप मंे व्यित्तला और कक्कनाडा के बीच चलाया जा रहा है। कोच्चि के पास छोटे-बड़े 10 द्वीप हैं जहां यातायात सामान्यजनों के लिए महंगा पड़ता था। अब वाटर मेट्रो के जरिए ये सभी द्वीप आपस मंे जुड़े रहेेंगे। इस तरह की व्यवस्था की गयी है जिससे हर 15 मिनट पर मेट्रो उपलब्ध हो जाएगी। इसके बेड़े में 78 इलेक्ट्रिक नौकाएं शामिल की गयी हैं। पहले चरण मंे 23 नौकाएं और 14 टर्मिनल काम करेंगे। यह वाटर मेट्रो सोलर पैनल और बैट्री से संचालित की जाएगी। इससे यात्रा भी किफायती रहेगी और समय की भी बचत होगी। सरकार से मिली जानकारी के अनुसार कोच्चि मंे हाईकोर्ट-वाइपिन रूट सिंगल जर्नी का टिकट 20 रुपये का होगा। इसीा प्रकार व्यित्तला से कक्कनाडा रुट सिंगल जर्नी का टिकट 30 रुपये का मिलेगा। साप्ताहिक, मासिक और त्रैमासिक पास भी उपलब्ध कराया जाएगा। कोच्चि वन ऐप के जरिए मोबाइल क्यू आर टिकट बुकिंग की सुविधा भी मिलेगी। इस प्रकार केरल मंे एक नयी यातायात व्यवस्था शुरू हो गयी है। दूसरी तरफ केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम सेन्ट्रल रेलवे स्टेशन से पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झंडी दिखाकर रवाना किया है। वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुअनंतपुरम को राज्य के उत्तरी कसरगोड जिले से जोड़ेगी। इस प्रकार 11 जिलों को इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन से यात्रा करने का अवसर मिलेगा। भारत की यह स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से युक्त ट्रेन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 25 अप्रैल को तिरुवनंतपुरम में डिजिटल साइंस पार्क की आधारशिला रखी और कोच्चि वाटर मेट्रो एवं विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि केरल बहुत ही जागरूक, समझदार और शिक्षित लोगों का प्रदेश है। यहां के लोगों का सामर्थ्य, विनम्रता, परिश्रम उनकी एक विशिष्ट पहचान बनाता है। आप सभी देश-विदेश की परिस्थितियों से भी भली भांति परिचित रहते हैं। आज केरल को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिली है, आज कोच्चि को वाटर मेट्रो की सौगात मिली है। कनेक्टिविटी के साथ-साथ आज केरल के विकास से जुड़े और भी कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इन सभी के लिए केरल के लोगों को बहुत-बहुत बधाई पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार सहकारी संघवाद अर्थात सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर बल देती है। राज्यों के विकास को देश के विकास का सूत्र मानती है। केरल का विकास होगा, तो देश का विकास और तेज होगा। हम इस सेवा भावना के साथ काम कर रहे हैं। बीते 9 वर्षों में भारत में कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अभूतपूर्व स्पीड और स्केल पर काम किया जा रहा है। इस साल के बजट में भी हमने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक इंफ्रा स्ट्रक्चर पर खर्च करना तय किया है।
उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती हुई शक्ति, इसकी ताकत का लाभ विदेश में रहने वाले प्रवासियों को भी मिल रहा है। भारत में कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर अभूतपूर्व स्पीड से अभूतपूर्व स्केल पर काम किया जा रहा है। आज हम देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक सेक्टर का पूरी तरह से कायाकल्प कर रहे हैं। हम भारतीय रेल के स्वर्णिम युग की तरफ बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आधुनिक बनाने की दिशा में हमने एक और प्रयास किया है। हमारा प्रयास स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल ‘मेड इन इंडिया’ समाधान देने का है। सेमी-हाई स्पीड ट्रेन हो, मेट्रो हो, रोप-वे हो। जहां जैसी जरूरत, वहां वैसा सिस्टम तैयार किया जा रहा है। अभी तक जितनी भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चली हैं उनकी एक विशेषता यह भी है कि वो हमारे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यटन स्थलों को भी जोड़ रही है। केरल की पहली वंदे भारत ट्रेन भी नॉर्थ केरल को साउथ केरल से जोड़ेगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस यह ट्रेन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना तेज गति से यात्रा का शानदार अनुभव देगी। सड़क हो या रेल हो, ये अमीर-गरीब, जाति-मत-पंथ का भेद नहीं करते। सभी इसका उपयोग करते हैं। यही सही विकास है। यही एक भारत श्रेष्ठ भारत के भाव को सशक्त करता है और यही हम आज भारत में होते हुए देख रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केरल दौरे के अपने दूसरे दिन तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस है। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का केरल की राजधानी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने सहित कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के सिलसिले में वे यहां पहुंचे थे। तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और तिरुवनंतपुरम के सांसद तथा कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उनका स्वागत किया। यहां से रेलवे स्टेशन की उनकी यात्रा एक रोड शो की तरह थी, क्योंकि हजारों लोग उनका स्वागत करने के लिए घंटों पहले से ही सड़कों के किनारे कतार में खड़े थे। लोगों ने उनके काफिले पर फूलों की बारिश भी की। सभी दलों के नेताओं की मौजूदगी बता रही थी कि विकास के साथ राजनीति का खेल नहीं हो सकता।
पीएम मोदी ने सुबह साढ़े दस बजे तिरूवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने से पहले, उन्होंने ट्रेन की एक कोच के अंदर स्कूली बच्चों के एक समूह के साथ बातचीत की। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी ट्रेन के अंदर छात्रों के साथ बातचीत करते हुए पीएम मोदी के साथ मौजूद रहे। बच्चों ने इस दौरान पीएम मोदी को उनके द्वारा बनाई गई प्रधानमंत्री और वंदे भारत एक्सप्रेस की पेंटिंग भी दिखाईं। पीएम मोदी जब ट्रेन को हरी झंडी दिखा रहे थे, उस समय विपरीत दिशा के प्लेटफॉर्म पर भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
वंदे भारत एक्सप्रेस राज्य की राजधानी को केरल के उत्तरी कासरगोड जिले से जोड़ेगी। इसे कई लोगों द्वारा राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार के महत्वाकांक्षी सेमी-हाई स्पीड रेल कॉरिडोर, सिल्वरलाइन के विकल्प के रूप में पेश किया गया है। वंदे भारत ट्रेन 11 जिलों अर्थात् तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड को कवर करेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस एक स्वदेश निर्मित, सेमी-हाई-स्पीड, स्व-चालित ट्रेन सेट है। ट्रेन में अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं हैं, जो यात्रियों को तेज, अधिक आरामदायक और अधिक सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं।

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