Monday, May 20, 2024
देशहोम

कर्नाटक में भाजपा की रणनीति

 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गत 11अप्रैल को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपने 189 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी । इस सूची को देख कर यह स्पष्ट होता है कि भाजपा हाईकमान ने चुनाव में जीतने के लिए पुख्ता किलाबंदी कर रखी है। राज्य की सबसे प्रभावशाली लिंगायत जाति के सबसे ज्यादा उम्मीदवार है। नये चेहरे सामने लाये गये हैं। इसके साथ सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को प्रत्याशी बनाने से परहेज किया गया है। उदाहरण के लिए शेट्टार को टिकट नहीं दिया गया है। दूसरे राजनीतिक दलों को भी इस पर ध्यान देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक की जनता को यह आश्वासन भी दिया था कि दागी लोगों को भाजपा प्रत्याशी नहीं बनाएगी। कांग्रेस, जेडीएस और आम आदमी पार्टी ने भी अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी थी। सत्ता संभाल रही भाजपा को आशंका थी कि जिन लोगों का टिकट कटेगा वे नाराज होंगे। जगदीश शेट्टार ने नाराजगी जाहिर भी कर दी। इस तरह की नाराजगी सभी राजनीतिक दलों में है। राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद पहली बार आम आदमी पार्टी कर्नाटक में विधान सभा चुनाव लड रही है।
कर्नाटक विधान सभा चुनाव के लिए पहली प्रत्याशी सूची जारी करने से पहले अहम बैठक के लिए गृह मंत्री अमित शाह 11अप्रैल को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पहुंचे थे।इसी संदर्भ में अरुण सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया, बीएल संतोष भी नड्डा के आवास पर मौजूद रहे। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आज हम आगामी कर्नाटक चुनाव 2023 के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर रहे हैं। बीजेपी ने कहा कि नए लोगों को मौका दिया जा रहा है और 52 नए उम्मीदवार हैं। इनमें 32 उम्मीदवार ओबीसी से, 30 एससी और 16 एसटी से हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि 9 डॉक्टर, 31 पोस्ट ग्रेजुएट, 5 वकील, 3 एकेडमिक, 1 आईएएस, 1 आईपीएस, 3 सेवानिवृत अधिकारी और 8 महिलाओं को टिकट दिया गया है। अरुण सिंह ने कहा कि सीएम बसवराज बोम्मई शिगगांव से लड़ेंगे। पहले भी यहीं से जीते हैं। कागवाड़ से बाला साहेब पाटिल चुनाव लड़ेंगे। गोविंद कारजोल मुदूल से, बेल्लारी से श्रीरामुलु, मुर्गेश निरानी बिलगी से चुनावी मैदान में होंगे। सीटी रवि को चिकमंगलुरु से टिकट दिया गया है। पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ सुधाकर चिक्काबल्लापुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। कर्नाटक के मंत्री आर अशोक दो सीटों- पद्मनाभनगर और कनकपुरा से चुनाव लड़ेंगे। आर अशोक कनकपुरा में राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार के सामने चुनाव लड़ने जा रहे हैं। राज्य के मंत्री डॉ. अश्वथनारायण सीएन मल्लेश्वरम सीट से चुनाव लड़ेंगे। वरुणा से वी सोमन्ना लड़ेंगे, उन्हें सिद्धारमैया के खिलाफ उतारा गया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि 34 नामों की लिस्ट अभी बाकी है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने 13 अप्रैल को देर रात उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी। इस लिस्ट में दो महिलाओं को भी टिकट दिया गया है। इसी के साथ कर्नाटक की कुल 224 सीटों में से बीजेपी ने कुल 212 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी । हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेसी नेता नागराज छब्बी कलघाटगी से चुनाव लड़ेंगे। दूसरी लिस्ट में भी पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार का नाम नहीं है। वह हुबली-धारवाड़ से सिटिंग एमएलए हैं। भाजपा का कहना है कि जगदीश शेट्टार हमारे बड़े नेता हैं, हम उन्हें समझा पाएंगे। उनसे हमारी बात हुई है। हमें विश्वास है कि वो हमारे साथ रहेंगे। ईश्वरप्पा और जगदीश शेट्टार की सीट पर टिकट होल्ड किया गया है। इससे पहले कर्नाटक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता ईश्वरप्पा ने चुनावी राजनीति से ‘संन्यास’ लिया है। ईश्वरप्पा ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कहा कि वह चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं और 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाने पर विचार नहीं करने का आग्रह भी किया। ईश्वरप्पा ने पिछले चार दशकों में राज्य में पार्टी को मजबूत करने में पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा जबकि मतगणना 13 मई को होगी। बीजेपी ने विधानसभा की कुल 224 सीटों में से कम से कम 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की दो लिस्ट जारी कर चुकी है। कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में 124 प्रत्याशियों का ऐलान किया था, तो दूसरी लिस्ट में 42 प्रत्याशियों के नाम थे। कांग्रेस अब तक कर्नाटक में 166 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। जेडीएस भी अन्तरकलह से जूझ रही है । कर्नाटक की हासन विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के परिवार में दरार बढ़ने के पर जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने 11 अप्रैल को खुद बयान दिया था। कुमारस्वामी ने कहा कि कुछ ‘‘शकुनि’’ उनके भाई एच डी रेवन्ना को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने हासन सीट पर किसी तरह का समझौता करने की बात भी कही है। उन्होंने इसे ‘‘दुर्भाग्य’’ करार दिया। दरअसल रेवन्ना की पत्नी भवानी रेवन्ना हासन सीट से चुनाव लड़ने का दावा जता चुकी हैं।
आम आदमी पार्टी की कर्नाटक इकाई ने भी 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की तीसरी सूची 10 अप्रैल को जारी की। इस सूची में 28 नाम हैं। सभी उम्मीदवार पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने एक बयान में दावा किया कि न सिर्फ उसने अब तक सबसे ज्यादा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है बल्कि 224 विधानसभा क्षेत्रों में से 168 सीटों पर लोगों को ईमानदार विकल्प प्रदान किया है। इसमें कहा गया है कि आप ने सबसे ज्यादा किसानों, युवाओं, महिलाओं और शिक्षित पेशेवरों को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने कहा, हमारे उम्मीदवारों की जीतने की संभावना तय करने का पैमाना उनकी ईमानदारी और सेवा भाव है न कि बाहुबल। कर्नाटक के लोग तीनों पारंपरिक पार्टियों से त्रस्त हो चुके हैं। इसीलिए, आप वास्तविक चुनौती दे रही है। पार्टी ने कहा कि उसके उम्मीदवारों की औसत उम्र 47 साल है। हमने 16 किसान, 13 महिलाएं, 18 अधिवक्ता, 10 डॉक्टर और 10 इंजीनियर को टिकट दिए हैं। पांच उम्मीदवार डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त हैं। इनके अलावा 41 स्नातकोत्तर और 82 स्नातक पास हैं। आप ने कहा, हम अपने उम्मीदवारों और दिल्ली तथा पंजाब में किए गए अपने काम के दम पर चुनाव लड़ेंगे। हम जनता के लिए प्रशासन देने का एक मौका चाहते हैं। हमें विश्वास है कि कर्नाटक के लोग अपने समर्थन और वोट का आशीर्वाद हमें देंगे। फिलहाल अभी भाजपा की रणनीति ही सबसे मजबूत दिख रही है।

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