धर्मगुरु नित्यानंद के प्रतिनिधि यूएन पहुंचे
विवादास्पद भगोड़े स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद के प्रतिनिधि संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने भारत पर जमकर हमला किया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि भारतीय भगोड़े नित्यानंद द्वारा स्थापित तथाकथित यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (यूएसके) के प्रतिनिधियों द्वारा पिछले सप्ताह जिनेवा में इसकी सार्वजनिक सभाओं में दी गई कोई भी दलील अप्रासंगिक है और अंतिम मसौदा परिणाम में इस पर विचार नहीं किया जाएगा। अपनी दो सार्वजनिक बैठकों में तथाकथित यूएसके प्रतिनिधियों की भागीदारी की पुष्टि करते हुए मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (ओएचसीएचआर) ने कहा कि उन्हें प्रचार सामग्री वितरित करने से रोका गया था और उनके भाषण पर ध्यान नहीं दिया गया। इन सार्वजनिक बैठकों में सभी के लिए पंजीकरण खुला था। ओएचसीएचआर के प्रवक्ता की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो और तस्वीरों के वायरल होने के बाद आई, जिनमें यूएसके की एक प्रतिनिधि स्वदेशी अधिकार और सतत विकास पर काल्पनिक देश की ओर से बोलते हुए दिखती है। दो सार्वजनिक कार्यक्रम 22 और 24 फरवरी को आयोजित किए गए थे।