आतिशी व भारद्वाज मना रहे जश्न
मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद अब सौरभ भारद्वाज और आतिशी के अरविंद केजरीवाल सरकार में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों के मुताबिक सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मंजूर होने पर आतिशी और सौरभ भारद्वाज दिल्ली सरकार में नए मंत्री बनाए जाएंगे। इसको लेकर दोनों विधायकों के नाम उपराज्यपाल को भेजे जा चुके हैं।
दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रह चुकी हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में आए क्रांतिकारी बदलाव के पीछे आतिशी का बहुत बड़ा योगदान है। माना जाता है कि उनके ही सुझाव पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आमूल-चूल परिवर्तन किया। आतिशी ने ही हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की थी। ये कोर्स दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए है। हैप्पीनेस करिकुलम का मकसद नर्सरी से लेकर 8वीं क्लास तक के बच्चों को भावनात्मक रूप से मजबूत करना है। आतिशी की पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई है। इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बैचलर डिग्री हासिल की। उन्होंने सेंट स्टीफेंस में टॉप किया था। जिसके बाद उन्होंने रोड्स स्कॉलरशिप लेकर ऑक्सफोर्ड से मास्टर्स किया। आतिशी की मां तृप्ता वाही और पिता विजय कुमार सिंह डीयू में प्रोफेसर थे। आतिशी ने स्कूल के समय में मार्क्स और लेनिन से बनने वाले शब्द मार्लेना को अपने नाम के साथ जोड़ दिया था। दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को नौ महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था और तभी से वो जेल में हैं। वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आबकारी नीति घोटाले के मामले में सीबीआई की हिरासत में हैं. सिसोदिया के पास कई प्रमुख मंत्रालयों का कार्यभार था।
हालांकि, इनके शपथ ग्रहण में थोड़ा वक्त लग सकता है। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा राष्ट्रपति द्वारा मंजूर होने के बाद नए मंत्रियों की नियुक्ति होगी। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया ही आम आदमी पार्टी में सबसे बड़े नेता हैं। उनके पास दिल्ली सरकार के कुल 33 में से 18 विभाग थे। मनीष सिसोदिया के पास शिक्षा, लोक निर्माण, वित्त, आबकारी, ऊर्जा, जल और स्वास्थ्य जैसे सबसे अहम विभाग थे। वहीं, सत्येंद्र जैन 9 महीने से तिहाड़ जेल में हैं। सिसोदिया अपने विभागों के साथ ही सत्येंद्र जैन के विभागों का काम भी देख रहे थे।