अभिनय व खूबसूरती में मधुबाला बेजोड़
हिंदी सिनेमा जगत में जब भी ऐसी अभिनेत्रियों का जिक्र होता है, जिन्होंने अपने अभिनय के साथ ही अपनी खूबसूरती से भी लोगों को दीवाना बना दिया हो तो 1950 के दशक की सुपरहिट अभिनेत्री मधुबाला का नाम जरूर आता है। दौर चाहे जो भी रहा हो मधुबाला के बेपरवाह हुस्न के आगे सब कुछ फीका सा लगता है। फिल्मों में उनके किरदारों की वजह से उनका नाम‘ट्रेजडी क्वीनश् पड़ गया था। मधुबाला की खूबसूरती का जिक्र आज भी होता है, मधुबाला ने बहुत ही छोटी उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रख दिया था। उनके चेहरे पर वह मासूमियत बाद के दिनों में भी नजर आती थी, लेकिन उनका अभिनय बेहद परिपक्व था। उन्होंने 14 साल की उम्र में एक परिपक्व लड़की का किरदार निभा कर सभी को चैंका दिया था। मधुबाला के किरदार आज भी याद किए जाते हैं। 1958 में आई फिल्म हावड़ा ब्रिज में मधुबाला का स्टाइलिश किरदार हर किसी को याद होगा। इस फिल्म में वेस्टर्न पहनावे में मधुबाला ने अपने चाहने वालों को दीवाना बना दिया था। मधुबाला का फैशन सेंस सच में बिल्कुल ही अमेजिंग था। मधुबाला की कुछ फिल्में असफल भी रहीं, तब उन्हें इस आलोचना का सामना करना पड़ा कि महज खूबसूरती के दम वह फिल्मों में सफल नहीं हो सकतीं। हालांकि मुगल ए आजम, फागुन, हावड़ा ब्रिज, काला पानी और चलती का नाम गाड़ी जैसी बेहद सफल फिल्में देकर मधुबाला ने बॉलीवुड में अपनी खास जगह बना ली। मधुबाला जितनी हसीन वेस्टर्न आउटफिट में लगती थीं, उतनी ही खूबसूरत भारतीय परिधानों में भी दिखती थीं। खास कर साड़ी में मधुबाला का कोई जवाब नहीं था। अपने देसी लुक में भी वह एक स्टाइल एड करती थीं। अपने छोटे से जीवन में बॉलीवुड में बड़ा मुकाम हासिल करने वालीं मधुबाला की बेपरवाह हंसी आज भी उनके चाहने वालों की आंखों में तस्वीर बन कर छपी हुई हैं।