Thursday, May 16, 2024
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मामा के मुल्क में मनी मनी

भारतीय जनता पार्टी भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश क मुख्य मंत्री शिव राज सिंह चौहान अपने को राज्य का मामा बताते हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही प्रवासी सम्मेलन में सीएम चौहान प्रवासियों से मिले और कहा- मेहमान जो हमारा होता है वो जान से प्यारा होता है। प्रवासियों ने भी मध्यप्रदेश में आगे बढकर निवेश करने का आश्वासन दिया है। अब 11 जनवरी से शुरू ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में भी मामा के मुल्क को भरपूर मनी मिलने वाला है। इस समिट में जी 20देशों के प्रतिनिधि उद्यमी शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समिट को संबोधित किया। पीएम मोदी ने बताया कि मध्यप्रदेश आस्था, आध्यात्म से लेकर पर्यटन, स्किल और एजुकेशन में बहुत आगे बढ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मध्य प्रदेश में अब तक हुई छह इन्घ्वेस्टर्स समिट में एक लाख सात हजार करोड़ का निवेश आया और दो लाख 40 हजार युवाओं को रोजगार मिला। प्रदेश में फिलहाल 320 बड़ी औद्योगिक इकाइयां चल रही हैं। वहीं छोटे और मध्यम उद्योगों की संख्या 26 लाख तक पहुंच गई है। सरकार को उम्मीद है कि इंदौर में 11/12 जनवरी को हुई ग्लोबल इन्घ्वेस्टर्स समिट के मध्य प्रदेश में निवेश का नया इतिहास लिखेगी। पहली बार ऐसी तैयारी की गई है कि निवेशकों को लैंड बैंक की डिजिटल प्रस्तुति भी दी जाएगी। उन्हें जहां की भूमि पसंद आएगी, सरकार वहां की भूमि आवंटित करेगी।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद इंदौर में सातवीं ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट हुई। दो दिवसीय इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया। पीएम ने कहा -एमपी अजब भी है-गजब भी है और सजग भी है। एमपी में ये समिट ऐसे समय हो रही है जब भारत की आजादी का अमृतकाल शुरू हो रहा है। हम विकसित भारत के चलने वाली सरकार विकास को रास्ता दिखाती है। देश के लिए हर फैसले उसी गति से लिये जाते हैं। पिछले 8 साल में हमने रिफॉर्म की गति को लगातार बढ़ाया है। पीएम मोदी ने कहा कि मप्र आस्था, आध्यात्म से लेकर पर्यटन, स्किल और एजुकेशन में अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है। मध्यप्रदेश में यह समिट ऐसे समय में हो रही है जब भारत की आजादी का अमृतकाल शुरू हो चुका है। मुझे खुशी है कि हम भारतीय ही नहीं, दुनिया की हर संस्था, हर एक्सपर्ट्स इसको लेकर आश्वस्त दिख रहा है।
पीएम मोदी ने कहा- एक स्थिर सरकार, निर्णायक सरकार, सही नीयत से चलने वाली सरकार, विकास को गति देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले, उतनी ही तेजी से लिए जाते हैं। आपने भी देखा है कि कैसे बीते 8 वर्षों में रिफार्म की स्पीड और स्केल को लगातार बढ़ाया है। हमने डिफेंस, माइनिंग और स्पेस जैसे अनेक सेक्टर को भी प्राइवेट सेक्टर के लिए खोल दिया। बीते कुछ समय में करीब 40 हजार कंपलाइसेंस को हटाया जा चुका है। हाल ही में हमने नेशनल सिंगल विंडो शुरू किया है, जिससे मध्यप्रदेश भी जुड़ चुका है। अभी तक लगभग 50 हजार स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं। मोदी ने कहा भारत का आधुनिक होता इन्फ्रास्टक्चर भी इन्वेस्टमेंट को जन्म देता है। आईएमएफ का कहना है भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में उज्ज्वल स्थान पर है। विश्व बैंक का कहना है भारत बेहतर स्थिति में है। यह भारत के मजबूत मैक्रो-इकोनॉमिक फंडामेंटल के कारण है। भारत इस वर्ष जी 20 में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। भारत 4-5 साल में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। यह केवल भारत का दशक नहीं है, बल्कि भारत की सदी है। वही आशावाद वैश्विक अर्थशास्त्रियों द्वारा साझा किया जाता है।
पीएम मोदी ने कहा अधिकांश निवेशक भारत को पसंद करते हैं। भारत रिकॉर्ड तोड़ एफडीआई प्राप्त कर रहा है। भारत के लिए यह आशावाद मजबूत लोकतंत्र, युवा जनसांख्यिकी और राजनीतिक स्थिरता से प्रेरित है। इसके कारण भारत ऐसे फैसले ले रहा है, जो ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का दावा करता है। भारत 2014 से सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन के पथ पर अग्रसर है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के कारण भारत एक अनुकूल गंतव्य बन गया है।
मोदी ने कहा आज भारत का आधुनिक होता इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट की संभावनाओं को बल दे रहा है। ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुना हो चुकी है। भारत दुनिया के सबसे कॉम्पटीटिव लॉजिस्टिक मार्केट के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए कमिटेड है। हमने अपनी नेशनल लॉजिसटिक पॉलिसी लागू की है। भारत स्मार्ट फोन डेटा कंजम्पशन में नंबर वन है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एवीएशन और ऑटो मार्केट है। भारत एक तरफ गाँव-गाँव तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचा रहा है। दूरसंचार की तकनीक 5-जी से हर इंडस्ट्री और कंज्यूमर के लिए एआई तक जो भी नये अवसर बन रहे हैं, वो विकास को तेज करेंगे।इन सारे प्रयासों से आज मेक इन इंडिया को नई ताकत मिल रही है। प्रोडक्शन लिंक इंसेन्टिव के तहत ढाई लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के इन्सेनटिव की घोषणा की जा चुका है । चार लाख करोड़ रुपये का प्रोडक्शन हो चुका है। मध्यप्रदेश में भी इसकी वजह से सैकड़ों करोड़ का निवेश आया है। एमीपी को टेक्सटाइल और फार्मा का हब बनाने में इसका योगदान है। इन्वेस्टर्स से आग्रह है कि पीएल आई स्कीम का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।
मोदी ने उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा आपको ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत की आकांक्षा से जुड़ना चाहिए। हमने मिशन ग्रीन हाइड्रोजन को स्वीकृति दी है। यह आठ लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावनाओं को लेकर आ रहा है। हजारों करोड़ के इन्सेनटिव की व्यवस्था इन अभियानों के तहत की गई है।
हेल्थ, एग्री, न्यूट्रीशन, स्किल, हर लिहाज से भारत में नई संभावनाएं आपका इंतजार कर रही हैं। यह भारत के साथ साथ नई ग्लोबल सप्लाय चेन के निर्माण का समय है। इस समिट को मेरी अनेक शुभकामनाएं हैं। मध्यप्रदेश का सामर्थ्य, मध्यप्रदेश के संकल्प आपकी प्रगति में दो कदम आगे चलेंगे। मैं आपको विश्वास के साथ कहता हूँ।
मध्यप्रदेश में पहली इन्वेस्टर्स समिट अक्टूबर 2007 में हुई थी । इसमें 102 एमओयू हुए, 17,311.19 करोड़ का निवेश आया और 49 हजार 750 को रोजगार मिला । दूसरी समिट अक्टूबर 2010 में हुई, 109 एमओयू हुए, 26,879.23 करोड़ का निवेश आया और 25 हजार को रोजगार मिला । तीसरी समिट अक्टूबर 2012 में हुई। इसमें 425 एमओयू हुए, 26,054.85 करोड़ का निवेश आया और 31 हजार 530 को रोजगार मिला । चौथी समिट- अक्टूबर 2014 में हुई थी । इसमें 3,160 एमओयू हुए, 49,272.5 करोड़ का निवेश आया और 38 हजार 750 को रोजगार मिला । पांचवीं समिट अक्टूबर 2016 में हुई थी। इस दौरान 2,635 एमओयू हुए, 32,597.66 करोड़ का निवेश आया और 92 हजार 700 को रोजगार मिला था।

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