उद्यान का कृषि विभाग में एकीकरण न करें
नैनीताल। उद्यान का कृषि विभाग में एकीकरण की प्रक्रिया का उद्यानपतियों व बागवानों ने विरोध किया है। उन्होंने सरकार से बागवानी व बागवानों के हित को देखते हुए उद्यान विभाग को यथावत रखने की मांग की। साथ ही इसके लिए पहले विषय विशेषज्ञों, प्रगतिशील उद्यानपतियों की समिति गठित करने का अनुरोध किया। गुरुवार को रामगढ़ के बागवान एवं जिपं सदस्य लाखन सिंह नेगी, प्रगतिशील किसान आनंदमणि भट्ट ने कहा कि उद्यान विभाग को कृषि में मर्ज करना तर्कसंगत नहीं है। यदि सरकार को इन दोनों विभागों को मर्ज करना ही है तो इससे पहले कृषि एवं औद्यानिक के विषय विशेषज्ञों, प्रगतिशील उद्यानपतियों व बुद्धिजीवियों की समिति बनाकर उनके द्वारा दिए गए सुझावों का अध्ययन करने के बाद ही एकीकरण का फैसला लिया जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में बागवानी के माध्यम से ही काश्तकार अपने परिवार का पालन करते हैं। रामगढ़, ओखलकांडा, धारी व भीमताल के काश्तकारों ने सरकार से उद्यान विभाग का कृषि में विलय न करने की मांग की है।