सरकारी शिक्षक ही लगा रहे सरकार के प्रवेशोत्सव मुहिम को पलीताः आरिफ खान
देहरादून,
नैशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (एनएपीएसआर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने कहा है कि सरकारी शिक्षक ही सरकार के प्रवेशोत्सव को पलीता लगा रहे हैं। यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों मे बच्चों को दाखिल कराने के लिए कक्षा आठ तक टीसी और रिपोर्ट कार्ड की बाध्यता खत्म करते हुए प्रवेशोत्सव चलाया जा रहा है। वहीं स्कूलों मे तैनात शिक्षक ही इस मुहिम को पलीता दिखा रहे हैं। इस अवसर पर एनएपीएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने बताया कि एक गरीब परिवार के अनपढ़ अभिभावक जब नालापानी चौक स्थित राजकीय इंटर कॉलेज मे अपनी बच्ची का एडमिशन कक्षा छह मे कराने गए तो स्कूल से उन्हे यह कहकर लौटा दिया गया कि पूर्व स्कूल से इसकी पांचवीं की टीसी लेकर आओ। उन्होंने कहा कि अभिभावकों ने स्कूल को अवगत कराया कि वह दैनिक मजदूर हैं और दो साल तक कोरोना संक्रमण के चलते काम बंद होने के कारण वो पूर्व स्कूल की फीस जमा नही कर पाए जिसके कारण स्कूल उन्हे टीसी व मार्क्सशीट देने से मना कर रहा है। उन्होंने कहा कि अतः आप छात्रा को एडमिशन देने की कृपा करें। किन्तु स्कूल द्वारा स्पष्ट मना कर दिया गया कि इस दशा मे हम छात्रा को एडमिशन नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि अभिभावाकों द्वारा जब इस विषय मे एनएपीएसआर से सम्पर्क किया गया तो में स्वयं स्कूल मे प्रधानाचार्य ज्योति प्रसाद तिवारी से मिला और इस सम्बंध मे बात की जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि अभी हमारे यहां प्रवेशोत्सव चल रहा है तो हम इस बच्ची को एडमिशन दे देंगे आप उसके माता पिता को स्कूल भेज दें। अभिभावकों ने जब स्कूल मे सम्पर्क किया तो उनसे शपथपत्र, आधार और जन्म प्रमाण पत्र जमा कराने को कहा गया। अभिभावक जब पुनः यह सब लेकर पहुंचे तो प्रधानचार्य द्वारा बच्ची का इंटरव्यू लेते हुए एडमिशन देने को कहा गया किन्तु वहां की कक्षा छह को पढ़ाने वाली शिक्षिका द्वारा एडमिशन करने से मना कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस पर कल पुनः फोन से प्रधानाचार्य तिवारी से सम्पर्क किया तो उन्होने आज फिर अभिभावकों को स्कूल भेजने को कहा। किन्तु आज जब मेरे कहने पर अभिभावक अपनी बच्ची के साथ स्कूल पहुंचे तो पहले तो प्रधानचार्य ने मिलने से मना कर दिया फिर काफी अनुरोध के बाद उन्हे यह कहकर भगा दिया गया कि तुम हमंे अभिभावक संघ से धमकी दिलवाकर डराने का प्रयास कर रहे हो। हमारे स्कूल मंे अब सीट नही है कहीं और जाकर एडमिशन करवा लो।