इमरान के मामले की सुनवाई फिर से
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सियासी घमासान जारी है। सरकार के खिलाफ असंवैधानिक तरीके से अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने और नेशनल असेंबली भंग किए जाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को फिर सुनवाई करेगा। इस बीच इमरान खान लगातार आरोप लगा रहे हैं कि अमेरिका के इशारे पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। वो विपक्ष को देशद्रोही भी करार दे रहे हैं। दूसरी तरफ, विपक्ष ने साफ कर दिया है कि वो सरकार के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में प्रदर्शन करेगा।
अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और नेशनल असेंबली भंग होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई गुरुवार सुबह 10 बजे होगी। बेंच में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस इजाजुल अहसन, जस्टिस मजहर आलम खान, जस्टिस मुनीब अख्तर, जस्टिस जमाल खान शामिल हैं। श्द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की बुधवार देर रात जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि फॉरेन मिनिस्ट्री के सीनियर अफसरों ने अमेरिका का नाम लिए जाने पर सख्त ऐतराज जताया है। इन अफसरों के मुताबिक, सरकारें और नेता बदलते रहते हैं, लेकिन इस सरकार ने जो किया है उसका पाकिस्तान को बहुत सख्त और बहुत लंबे समय तक खामियाजा भुगतना पड़ सकता।
देश में सियासी उठापटक के बीच राष्ट्रपति सचिवालय ने पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग से आम चुनाव की तारीखों का प्रस्ताव देने को कहा है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के दफ्तर से लिखे पत्र के मुताबिक, ये चुनाव 90 दिन के भीतर कराए जाने हैं। इसमें कहा गया है कि चुनाव अधिनियम 2017 के अनुसार आम चुनाव की तिथि के एलान के लिए आयोग के साथ परामर्श जरूरी है।
इमरान खान के समर्थकों ने खैबर पख्तूनख्वा के मरदान शहर में प्रदर्शन किया। वहीं कथित तौर पर विदेशी साजिश में शामिल नेताओं के खिलाफ स्वाबी शहर में भी इमरान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने खान पर अपनी ‘‘अक्षम’’ सरकार को बचाने और कुछ और दिनों तक सत्ता में रहने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) का उपयोग करने का आरोप लगाया है।