मांगों पर कार्यवाही नहीं पर आंदोलन करेगा भोजनमाता संगठन
विकासनगर
प्रखंड के जूनियर हाईस्कूल रुद्रपुर में रविवार को भोजनमाता संगठन की बैठक में पांच हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की गई। बताया कि कुछ समय पहले शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में घोषणा की थी, लेकिन अभी तक अमल में नहीं लाई गई।
भोजनमाता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष उषा देवी ने कहा कि भोजनमाता संगठन सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर से आकर्षित करने के लिए समय समय पर आंदोलन करता रहा है। बावजूद इसके सरकार मांगों को अनसुना कर रही है। कहा कि पिछले साल 78 दिन के धरने के साथ ही कुछ समय पूर्व भोजन माताओं ने विधान सभा कूच किया था। प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने भोजनमाता का मानदेय बढ़ाकर पांच हजार प्रतिमाह किए जाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक इस संबंध में शासनादेश जारी नहीं किया गया है। शासनादेश जारी नहीं होने से यह सिर्फ कोरी घोषणा ही साबित हो रही है। संगठन की प्रचार मंत्री सुमन ने कहा कि करीब सत्रह से अठारह वर्ष की सेवा के बाद भी उन्हें दो हजार रुपए मानदेय दिया जा रहा है। एक ओर सरकार महिला सशक्तीकरण के लिए योजनाएं संचालित करने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार के अधीन काम करने वाली महिलाओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भोजनमाता कल्याण कोष का गठन किए जाने के साथ ही मानदेय बैंक खाते के माध्यम से दिए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। कहा कि जल्द सभी मांगों पर कार्यवाही नहीं पर भोजनमाता संगठन आंदोलन करेगा। इस दौरान अनीता, लज्जा, बबीता, सुशीलपा, नूरजहां, शमीना, सितारा, आशा, कमलेश आदि मौजूद रहे।