रिक्शा, तांगा चालकों ने नगर निगम में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा
हरिद्वार
संयुक्त पैडल रिक्शा एवं तांगा चालक समिति पंचपुरी के बैनर तले तथा रिक्शा चालक समिति रेलवे स्टेशन के अध्यक्ष राजू मनोचा, भाजपा युवा मोर्चा नेता रवि जैसल, भाजपा नेता श्याममल, रोड़वेज रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष परमिंदर सिंह, तांगा यूनियन के प्रधान जगदीश खत्री एवं बुजुर्ग तांगा चालक ठाकुर दास के नेतृत्व में रिक्शा चालकों और तांगा चालकों ने देवपुरा चौक से नगर निगम तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान रिक्शा चालकों व तांगों चालकों ने उत्पीडऩ का आरोप भी लगाया। नगर निगम में प्रदर्शन के दौरान रेलवे स्टेशन रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष राजू मनोचा ने कहा कि नगर निगम हरिद्वार आरटीओ की तरह रिक्शा और तांगा का रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस स्वीकृत करता है और उसके एवज में नियमानुसार निर्धारित शुल्क लेकर उसकी रसीद एवं रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस देता है। नगर निगम रिक्शा चालकों एवं तांगाा चलाकों की सुविधाओं के लिए स्टैंड की व्यवस्था भी करता है। लेकिन 2010 में नगर पालिका परिषद द्वारा बनाए गए स्टैंड को प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया। 2016 में बोर्ड की बैठक में पार्षद श्रीमती किरण जैसल के नगर निगम बोर्ड की बैठक में रेलवे स्टेशन पर रिक्शा स्टैंड बनाने के प्रस्ताव को बहुमत से मंजूर किए जाने के बावजूद आज तक स्टैंड नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि केवल प्रीपेड वाहनों को हर की पौड़ी जाने के लिए जो रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं। वह किसी तरह भी तर्कसंगत नहीं है। क्योंकि नगर निगम के बायलॉज में स्पष्ट लिखा हुआ है कि केवल रिक्शा और तांगा ही हरिद्वार रेलवे स्टेशन और रोडवेज से हर की पौड़ी जाने के लिए स्वीकृत है। रोड़वेज रिक्शा यूनियन के अध्यक्ष परमिंदर सिंह ने कहा कि नगर निगम प्रशासन को रिक्शा चालकों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। रवि जैसल और श्याममल ने रिक्शा व तांगा चालकों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि गरीब रिक्शा चालकों व तांगा चालकों का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जाएगा। प्रदर्शन करने व ज्ञापन सौंपने वालों में बृजमोहन दमीर, सतीश कुमार, पूर्व प्रधान सचिन, किशन लाल, पवन कुमार, पोस्ट ऑफिस प्रधान राजा चंचल, ठाकुरदास, कश्मीरा, मांगेराम, रमेश कुमार, सुखलाल, विनोद, अमरनाथ, सुरेंद्र, कैलाश चंद, गंगाचरण, ताहिर हुसैन, कलुआ, लियाकत, विजय, इंदर, अकबर, मोहसिन, रमेश, गुलशन अरोड़ा, विजय अरोड़ा, सुरेश चंद्र गुप्ता, सुरेश अरोड़ा, भूपेंद्र, सुनील, छत्रपाल, नंदू, चिरंजी, हरिराम, कन्नू, जॉनी आदि आदि सहित सैकड़ों रिक्शा और तांगा चालक समिलित रहे।