कोतवाली शहर पुलिस ने 24 घंटे में ही तीन लुटेरों को मुठभेड़ में घायल करने के बाद किया था गिरफ्तार
हरदोई –
कोतवाली शहर के अंतर्गत नघेटा रोड पर दाल विक्रेता की दुकान पर तीन शातिर लुटेरों द्वारा दिनदहाड़े तमंचे के बल पर मुनीम को डरा धमका कर लूट की घटना की थी, जिसके अनावरण के लिए पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने तीव्रता दिखाते हुए 5 टीमें सीओ सिटी विकास जायसवाल के नेतृत्व में गठित की थीं, टीमों ने दिन रात मेहनत कर 24 घंटे में ही तीनों शातिर लुटेरों को सुरसा क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस घटना के पीछे मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करना बाकी था, उसे भी आज कोतवाली शहर पुलिस में गिरफ्तार कर जेल भेजा।पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने ₹25000 का ईनाम घोषित कर रखा था। घटना का शीघ्रता से अनावरण करने से टीमों का उत्साहवर्धन किया है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कोतवाली शहर पुलिस ने ऑपरेशन शिकंजा के तहत चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत शातिर इनामी अपराधी, लूट की घटना का मास्टरमाइंड वैभव सिंह उर्फ चंदन सिंह की गिरफ्तारी के बाद जेल भेजकर घटना का पटाक्षेप किया है। बताया कि वांछित इनामी अपराधी वैभव सिंह उर्फ चंदन सिंह पुत्र कृष्ण कुमार उर्फ सरवन निवासी ग्राम मझिगवां रामगुलाम, थाना बघौली हरदोई को सीओ सिटी विकास जायसवाल के पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली शहर प्रभारी जगदीश यादव व टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर शुगर मिल कॉलोनी के पास बनियानी मोड़ पर अभियुक्त को ₹37500 की नकदी सहित गिरफ्तार किया है।
नघेटा रोड स्थित दाल विक्रेता संजय गुप्ता की दुकान पर मुनीम मुकेश से डरा धमकाकर तमंचे के बल पर लगभग ₹100000 की लूट की थी ,जिसकी तस्वीरें सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी और आसपास के सीसीटीवी कैमरे में तीनों लुटेरों के चित्र के आधार पर जन सहयोग भी लिया गया था और पकड़वाने के लिए ₹10000 का इनाम भी रखा गया था।इस घटना का मास्टरमाइंड वैभव सिंह के ऊपर लखनऊ, हरदोई ,सीतापुर में अभियोग दर्ज हैं। यह नए नए लड़कों को टीम में भर्ती करता था और लूट का आधा हिस्सा खुद लेता था। इस घटना में भी तीनों अभियुक्तों ने यह बताया था कि वैभव सिंह अपने गैंग में भर्ती करने के लिए परीक्षा के तौर पर घटना करवाता था। सफल होने पर भर्ती करता था। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि दर्ज अभियोग ओं के आधार पर इसकी हिस्ट्री को खंगाला जा रहा है और गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यह भी बताया कि उक्त अपराधी सन 2016 से अब तक कई अभियोग में पंजीकृत होकर जेल जा चुका है। व ₹25000 का इनाम भी घोषित था। गिरफ्तार करने वाली टीम में शहर कोतवाली प्रभारी जगदीश यादव ,उप निरीक्षक संतोष कुमार शुक्ला, उपनिरीक्षक दिलीप कुमार त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल हीरालाल, कांस्टेबल राजेंद्र यादव, हेड कांस्टेबल सत्य प्रकाश, हेड कांस्टेब अभिनंदन, कांस्टेबल सत्येंद्र कुमार, सम्राट रघुवंशी राजेश कुमार और राहुल कुमार शामिल रहे।