जगदानंद से टकराने के बाद खामोश हुए लालू के लाल तेज प्रताप यादव
पटना……..
अपनी ही पार्टी राजद के प्रदेश अध्यक्ष और पिता लालू प्रसाद यादव के करीबी जगदानंद सिंह के खिलाफ बयान देने के ठीक बाद से तेज प्रताप यादव की इंटरनेट मीडिया खासकर ट्वटिर पर गतिविधियां एकदम सुस्त पड़ गई हैं। हमने उनके ट्वटिर हैंडल को खंगाला तो पाया कि पिछले एक हफ्ते में उन्होंने केवल दो ट्वीट ही अपने अकाउंट से किए हैं। और तो और बिहार सरकार का बजट पेश किए जाने पर एक भी ट्वीट नहीं किया। ऐसा आम तौर पर होता नहीं है। बिहार में चल रही हर राजनीतिक हलचल पर तेज प्रताप की निगाह रहती है और वे इसको लेकर अपनी राय ट्वटिर पर जरूर शेयर करते हैं।
तेज प्रताप यादव के जगदानंद के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बरस पड़ने के मामले से राजद और लालू परिवार के बाकी सदस्घ्य भी खुश नहीं हैं। राजद की ओर से मुख्घ्यमंत्री पद का चेहरा और तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्घ्वी यादव भी इस पूरे मामले को लेकर चिंतित दिखे। इस वाकये के तुरंत बाद तेजस्घ्वी ने जगदानंद सिंह से बंद कमरे में मुलाकात कर पूरे मामले को खत्घ्म करने की कोशिश की। हालांकि तेज प्रताप को समझाने का काम खुद लालू ने अपने जिम्घ्मे लिया। उनका इलाज फिलहाल दिल्घ्ली एम्घ्स में चल रहा है। पूरा मामला जब शुरू हुआ तब वे एम्घ्स के आइसीयू में थे। आइसीयू से वार्ड में शिफ्ट होते ही उन्घ्होंने तेज प्रताप को दिल्ली बुलाया था। इस सिलसिले में तेज प्रताप दिल्ली रवाना हो गए थे।
13 फरवरी को राजद के प्रदेश कार्यालय में मामला तब बिगड़ गया था, जब तेज प्रताप यादव के वहां पहुंचने पर उनके स्घ्वागत के लिए जगदानंद अपने कमरे से बाहर नहीं निकले। इसको लेकर उन्घ्होंने मीडिया के कैमरे के सामने बयान दिया और खुलेआम नाराजगी जाहिर की थी। तेज प्रताप ने कहा था कि जगदानंद जैसे लोगों के चलते ही लालू यादव बीमार हुए हैं। उन्घ्होंने यह भी कहा था कि लालू यादव की जेल से रिहाई के लिए आजादी पत्र अभियान में भी जगदानंद रुचि नहीं ले रहे हैं।