जलभराव की समस्या मुसीबत बनी
रुडकी – कृष्णानगर गली नंबर 20 में जलभराव की समस्या लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण करीब तीन हजार लोग प्रभावित हैं। लोगों को अब जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है। क्षेत्रवासियों की ओर से जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों को इस मामले के बारे में अवगत कराया जा चुका है।अभी बरसात का सीजन नहीं है, लेकिन कृष्णानगर में सडक़ों और मकानों के आसपास पानी भरने से स्थिति तालाब जैसी नजर आती है। पानी की निकासी नहीं होने से पानी सडक़ों और खाली प्लाटों में भर रहा है। कृष्णानगर की गली नंबर बीस से होकर जाने वाला मार्ग कई गांवों को जोड़ता है। इस मार्ग पर लोगों की लगातार आवाजाही होती रहती है। सडक़ पर जलभराव के चलते स्कूली बच्चों को भी पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। निकासी नहीं होने से पानी से अब बदबू उठने लगी है। गर्मियां शुरू हो चुकी है। ऐसे में लोगों में जलजनित बीमारियां फैलने का भय सता रहा है। लोगों ने इस समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर प्राशासनिक अधिकारियों तक गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन अभी तक इस समस्या के संबध में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। पानी जमा होने से गंदगी पसरी हुई है। स्थानीय निवासी प्रदीप सैनी ने बताया कि दो सालों से इस समस्या से जूझ रहे हैं। बरसात होने पर इस मार्ग से निकलना भारी हो जाता है। शिवकुमार ने बताया कि पानी की निकासी की जगह नहीं होने से पानी घरों के आसपास ही भरता है। गंदे पानी में बीमारियों का होने का भय बना रहता है। राकेश सिन्हा ने बताया कि जलभराव के चलते मार्ग से निकलने में दिक्कत होती है। खासतौर पर स्कूली बच्चों को भारी मुसीबत उठानी पड़ती है। अंकुर ने बताया कि समस्या को लेकर अधिकारियों को शिकायत की गई है।