Saturday, May 4, 2024
उत्तर प्रदेशट्रैंडिंग न्यूज़समाचार

पुलिस ने बच्ची की तलाश के लिए विकलांग महिला से डलवाया हजारों का डीजल, चौकी प्रभारी लाइनहाजिर

कानपुर……..

उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने ऐसा कारनामा किया जिससे खाकी शर्मसार हो गई है। कानपुर डीआईजी ऑफिस में एक विकलांग महिला रो-रोकर अपनी बच्ची को ढूंढने की गुहार लगा रही थी और कह रही थी कि साहब एक माह हो गया है अब तो हमारी बच्ची को हमसे मिलवा दो। उसने यह भी कहा कि साहब पुलिस वाले भैया ने डीजल के पैसे मांगे थे। मैंने वह भी दे दिए फिर भी मेरी बच्ची को ढूंढ कर नहीं ला रहे हैं। डीआईजी कानपुर डॉ प्रितिंदर सिंह ने बच्ची की तलाश के लिए 4 टीमें गठित कर दी हैं। इसके साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए चैकी इंचार्ज सनिगवां राजपाल सिंह को लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

पीड़ित विकलांग महिला की गुहार सुन डीआईजी प्रितिंदर सिंह भी दंग रह गए। उन्होंने पीड़िता को बैठाकर पानी पिलाया और फिर उसकी समस्या को विस्तार से सुना और जल्द से जल्द बच्ची को खोजने का आश्वासन दिया। कानपुर के थाना चकेरी के अंतर्गत सनिगवां निवासी विकलांग विधवा गुड़िया की नाबालिग बेटी एक माह से लापता है, जिसकी थाने में गुमशुदगी दर्ज है। विकलांग महिला ने अपने ही दूर के एक रिश्तेदारों पर बेटी को गायब करने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस उसकी बात पर ध्यान दे रही थी। चैकी जाने पर उसे डांट कर भगा दिया जाता था। विकलांग महिला ने बताया कि पुलिस से वह लगातार बेटी को खोजने की गुहार लगा रही थी। मगर पुलिस ने बेटी खोजने के नाम पर उससे गाड़ी में डीजल डलवाने की बात कही। वह अब तक 10 से 12 हजार रुपए का डीजल पुलिस की गाड़ी में डलवा चुकी है।

महिला ने बताया कि अब उसके पास बिल्कुल पैसे नहीं बचे हैं, अब वह डीजल कहां से डलवाए। उसने यह भी बताया कि वह लखनऊ में मुख्यमंत्री के ऑफिस तक शिकायत करने के लिए गई थी, लेकिन वहां भी कुछ नहीं हुआ और लौट के फिर उसे चैकी जाना पड़ा, जहां पुलिसवाले उसे दुत्कार कर भगा देते हैं और उसकी बेटी को ही गलत बताते हैं। डीआईजी कानपुर डॉ प्रितिंदर सिंह ने बताया इस मामले में सीओ कैट के निर्देशन में 4 टीमे गठित की गई हैं और चैकी इंचार्ज सनिगवां राजपाल सिंह को लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *