तीन किलोमीटर मोटर मार्ग के निर्माण के लिए किये गये श्रमदान में गांवों के लोग भी हो रहे हैं शामिल
देहरादून…….
जिला चमोली के गैरसैंण विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाले गांव मालकोट- कालीमाटी-सेरा-तेवाखर्क के लिए तीन किलोमीटर मोटर मार्ग के निर्माण के लिए किये गये श्रमदान में अब आसपास के गांवों के लोगों का व्यापक समर्थन मिल रहा है और वह भी श्रमदान में शामिल हो रहे है।
यहां पिछले लंबे समय से मोटर मार्ग निर्माण के लिए आक्रोशित ग्रामीणों ने ऐलान किया था कि निर्धारित समय तक मोटर मार्ग के लिए राज्य सरकार व शासन प्रशासन के द्वारा निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता है तो ग्रामीण श्रमदान करके मोटर मार्ग के निर्माण करेंगें और आज श्रमदान करते हुए तीसरे दिन 30 मीटर मोटर मार्ग तैयार कर लिया गया है और ग्रामीणों में व्यापक स्तर पर उत्साह दिखाई दे रहा है। इस दौरान ग्राम प्रधान संगठन, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ ही आसपास के गांवों के लोगों को श्रमदान को समर्थन मिल रहा है और चारों ओर सभी के एकजुटता की प्रशंसा की जा रही है।
ग्रामवासियों का कहना है कि क्षेत्रीय विधायक पर दवाब बनाते रहे लेकिन क्षेत्रीय विधायक की उदासीनता के चलते हुए इस ओर आगे की कार्यवाही नहीं की गई और जिससे ग्रामीणों में क्षेत्रीय विधायक व विभाग के प्रति व्यापक आक्रोश बना हुआ है और कहा कि चुनाव के समय अपने समर्थकों के साथ वोट मांगने के लिए गांवों में आ जाते है लेकिन सड़क निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की कोई पहल नहीं करते है जो चिंताजनक है।
ग्रामवासियों ने बताया कि वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत मोटर मार्ग निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी और आठ साल व्यतीत होने के बाद भी यहां पर मोटर मार्ग के लिए कोई प्रयास नहीं किये गये |