बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में देरी से तेज़ हुईं अटकलें
पटना……..
बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर जारी अटकलों का दौर के बीच बीजेपी बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव पटना पहुंचे हैं। इससे एक बार फिर यह उम्मीद जताई जा रही है कि बिहार विधान परिषद नव निर्वाचित सदस्यों के शपथग्रहण के दौरान जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। हालांकि एनडीए सरकार में प्रत्येक घटक के मंत्रियों की प्रतिनिधित्व की संख्या को लेकर भ्रम की स्थिति नहीं है। मंत्रिमंडल विस्तार में नवनिर्वाचित एमएलसी को प्रदेश की सामाजिक समीकरण बनाए रखने के लिए प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। बिहार विधान परिषद की मई 2020 से खाली 12 सीटों का बंटवारा जो पहले एनडीए के तीन घटकों भाजपा, जेडीयू और एलजेपी के बीच समझौते के गुणा गणित की कमी के कारण अटक गई थी। अब नये समीकरण के अनुसार बदल गए हैं। जेडीयू के सूत्रों के मुताबिक चूंकि ये सीटें 2020 के विधानसभा चुनावों से बहुत पहले से खाली थीं, इसलिए इसे पिछली विधानसभा की स्थिति के अनुसार भरा जाना चाहिए या नई स्थिति के तहत इसे समान रूप से विभाजित किया जाना चाहिए। वहीं भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक सभी घटक के हितों को देखते हुए इस मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है, महीने के अंत तक कैबिनेट विस्तार होगा। वहीं उन्होंने जल्द ही परिषद के नामांकन होने की भी संभावना जताई। मामले में बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि कोई भ्रम नहीं है, सब कुछ उचित समय पर होगा। वहीं बीते दिनों दिल्ली के दौरे से वापस बिहार लौटे डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद सिंह ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली प्रवास को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा कि वह निजी कारणों की वजह से दिल्ली गए थे। कहा कि- मंत्रिमंडल विस्तार और परिषद के नामांकन मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेता देख रहे हैं। इसे लेकर कोई समस्या नहीं है। बिहार विधान परिषद के जरिए जेडीयू भी मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों के लिए जगह बना सकता है। जेडीयू के एक नेता ने कहा कि मुद्दा यह है कि दोनों मुख्य पार्टियां बीजेपी और जदयू कितनी जल्दी और किस अनुपात में इसे हल करने में सक्षम हैं। कहा कि कई बार विभिन्न मुद्दों के चलते एक गठबंधन में संतुलन बनाए रखना हमेशा आसान नहीं होता है। ये ऐसे मुद्दे हैं जो आमतौर पर स्पष्ट नहीं होते हैं। बता दें कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार होगा इसमें भ्रम नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कुछ दिनों पहले इसे दोहराया था, जैसा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और अन्य नेताओं ने किया था। लेकिन कब अभी यह तारीख तय नहीं हुई है। हालांकि बड़ी पार्टी होने के नाते उभरी बीजेपी की कैबिनेट में 2005 के बाद पहली बार बड़ी हिस्सेदारी होगी, लेकिन कथित तौर पर इसमें अड़चन है।