गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली पर संशय बरकरार, पुलिस अधिकारियों से मिलेंगे नेता
नई दिल्ली —
नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने रैली के लिए दिल्ली में घुसने को लेकर फैसला दिल्ली पुलिस पर छोड़ा है। इसके संबंध में किसान संगठनों के नेता रैली के लिए मार्ग और इंतजामों पर चर्चा करने के लिए दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। एक किसान नेता ने यह जानकारी दी।
किसानों ने दावा किया है कि इस रैली में हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। राष्ट्रीय राजधानी की अलग-अलग सीमाओं पर किसान पिछले 56 दिनों से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। गतिरोध दूर करने के प्रयासों के तहत 40 किसान संगठनों के नेता बुधवार दोपहर में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ 10 वें दौर की वार्ता करेंगे। इससे पहले किसान और नेता 9 बार मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन सब्सिडी और पराली से जुड़े मुद्दे के अलावा अब तक कोई बड़ी सहमति नहीं बन पाई है। जमूरी किसान यूनियन के नेता कलवंत सिंह संधू ने बताया बलबीर सिंह राजेवाल समेत किसान नेताओं का एक समूह तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ गणतंत्र दिवस पर विरोध प्रदर्शन के लिए रैली के मार्ग और अन्य इंतजामों को लेकर दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ वार्ता करेगा। सूत्रों ने बताया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (उत्तरी रेंज) एसएस यादव दिल्ली पुलिस से बैठक का समन्वय करेंगे। सूत्रों के मुताबिक हरियाणा और उत्तरप्रदेश के पुलिस अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे। आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने कहा है कि ट्रैक्टर रैली के लिए उनकी तैयारियां चल रही हैं और प्रशासन को शंतिपूर्ण मार्च की अनुमति देनी चाहिए।