अस्पताल प्रबंधनों ने तमाम अभ्यर्थियों को अनुभव प्रमाण पत्र देने में की आनाकानी
देहरादून –
निजी मेडिकल काॅलेज, अस्पताल व अन्य निजी अस्पताल प्रबंधनों की ओर से अभ्यर्थियों को अनुभव प्रमाण पत्र न दिये जाने की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी से की है और इस ओर आवश्यक निर्देश दिये जाने की मांग की है।
यहां भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महानगर महामंत्री राजेश रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चिकित्साधिकारी स मुलाकात करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन में कहा गया कि उतराखंड सरकार बेरोजगार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने की अपनी घोषणा पर लगातार अमल कर रही है और इसी क्रम राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स और अन्य पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति निकाली हुई है और इसके लिए पूर्व में किसी अस्पताल में कार्य करने का अनुभव भी मांगा गया था लेकिन बडे अस्पताल प्रबंधनों की ओर से तमाम अभ्यर्थियों को कार्य करने के बावजूद अनुभव प्रमाण पत्र देने में आनाकानी की जा रही है हालांकि बेरोजगार युवक युवतियों की इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की राज्य सरकार ने इस शर्त में ढील देते हुए बड़ी राहत दी है।
👉🏾 आप की प्रदेश प्रवक्ता ने भाजपा पर किया तीखा हमला ➖ जनिये क्यों बिफरी सीसोदिया —-http://www.khatanabulletin.com/archives/21396
ज्ञापन में कहा गया है कि सरकारी नौकरियों के अलावा प्रशिक्षित युवक युवतियों को दूसरे राज्य में या अपने ही राज्य में अन्य बडे निजी अस्पतालों में बेहतर पद और वेतन पर नौकरी के लिए ओदन करना होता है जिसके लिए वहां से भी अनुभव प्रमाण पत्र मांगा जाता है इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने शीघ्र ही उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर अन्य कार्यकर्ता भी शामिल थे।