नदी, नाले व नौले बचाने होंगे – राजेन्द्र सिंह
हल्द्वानी
रामपुर रोड स्थित वन अनुसंधान परिसर पहुँचे जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि बड़े बांध विकास नहीं बल्कि विनाश लाते हैं। इसकी बजाय छोटी-छोटी नदियों, नौलों और प्राकृतिक नालों को बचाना होगा। इनसे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। जल पुरुष ने कहा कि भारत युद्ध और इकनॉमी मामले का नहीं बल्कि प्रकृति की समझ मामले में विश्व गुरु रहा है। लिहाजा, हमें समझना होगा कि मैक्रो की जगह माइक्रो प्रोजेक्ट लोगों के हित में हैं।
वन अनुसंधान केंद्र द्वारा बनाए गए जैव विविधता पार्क का निरीक्षण करने के दौरान जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसे प्रयास लगातार करने होंगे। हमें अपनी जमीन, पहाड़, जंगल और जैव विविधता को समझना होगा। तभी शोषण, विनाश और विस्थापन से मुक्ति मिलेगी। जल पुरुष के मुताबिक जलवायु परिवर्तन की वजह से पूरी दुनिया में लोग विस्थापित होने को मजबूर हो रहे हैं। इससे तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बन रही है।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि टिहरी बांध से सीख लेने की जरूरत है। उस बांध ने एक घाटी और जीवन को नष्ट कर दिया था। मगर कॉरपोरेट के इशारों और एजेंडे के तहत चलने वाली सरकारें मानने को तैयार नहीं। पहले जंगल कम होने पर लोग डर जाते थे। लेकिन मौजूदा नियमों की वजह से जंगल की जमीन कम हो रही।