Thursday, May 2, 2024
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इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजे गए चूहों में एक खास तरह के प्रोटीन की पहचान हुई

लंदन

दो साल पहले जापनी स्पेस एजेंसी जाक्सा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में कुछ चूहे भेज गए थे। इन चूहों पर कई तरह के प्रयोग हुए थे। इस शोधों से वैज्ञिनिकों को एक खास तरह के प्रोटीन की पहचान करने में मदद मिली है। इस प्रोटीन के बारे में कहा जा रहा है कि यह अंतरिक्ष यात्रियों के कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सुलाझा सकती है। और इसकी एजिंग यानि उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया को काबू में करने में अहम भूमिका निभा सकती है। संयुक्त अध्ययन में चूहों के समूहों को अंतरिक्ष में उनके शरीर पर होने वाले प्रभाव का अध्ययन करने के लिए भेजा था। इस अध्ययन में उनका इरादा उन बदलावों पर निगरानी रखने और उन पर नियंत्रण रखने के उपाय खोजना था।
अंतरिक्ष में यात्रा इंसान में कई तरह के बदलाव ला देती है। इनमें प्राकृतिक दर से उम्र बढ़ने में बदलाव भी शामिल है। अंतरिक्ष यात्रा इंसानों में एजिंग की प्रक्रिया की गति को बढ़ा देती है। नतीजों से शोधकर्ताओं को एंटी एजिंग के क्षेत्र में काफी मदद मिलने की उम्मीद थी। शोधकर्ताओं ने सुझाया है कि न्यूक्लियर फैक्टर इरिथ्रोयड2 रिलेटेड फैक्टर नाम का प्रोटीन चूहों के जैविक बदलावों के हिस्सों को कम करता है जो उम्र बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट रिस्पॉन्स के मास्टर रेग्युलेटर के नाम से जाना जाने वाला एनआरएफ 2 तनाव सुरक्षा प्रक्रिया को शुरू और बंद करने का काम करता है। प्रयोग के लिए वैज्ञानिकों ने 12 चूहे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में स्पेस एक्स के फॉल्कॉन रोकेट के जरिए साल 2018 में भेज थे। इनमें से आधे जेनिटिकली इंजीनियर्ड चूहों को एनआरएफ 2 प्रोटीन नहीं दिया गया था। अध्ययन से पता चला कि चूहों के जिस समूह को एनआरएफ 2 नहीं दिया गया है उनके खून में तेजी से बदलाव दिखाई दिया, जो एजिंग की वजह से होते हैं। वहीं जिन चूहों में प्रोटीन दिया गया था उनमें ऐसा बदलाव दिखाई नहीं दिया। शोधकर्ता ने बताया, ये नतीजे एनआरएफ2 के भूमिका की अहमियत को रेखांकित करते हैं। जिसकी वजह से अंतरिक्ष यात्रा की वजह से होने वाले तनाव पर असर होता है। अंतरिक्ष में लंबा समय बिताने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को हानिकरक विकिरणों का सामना करने की संभावना होती है। इससे कैंसर और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचने का अंदेशा होता है। यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से संबंधित होता है, लेकिन इसमें अंतर केवल बदलावों की दर का होता है।

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