दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण का डबल अटैक, केजरीवाल
नई दिल्ली —
राजधानी दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण के डबल अटैक के चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को इस दिवाली दिल्लीवालों से पटाखे फोड़ने से बचने की अपील करते हुए कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण शहर में कोविड-19 की स्थिति बिगड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली दो समस्याओं- कोविड-19 महामारी और बढ़ते वायु प्रदूषण का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी लोग सतर्क रहें, लेकिन किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप सरकार स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति बिगड़ रही है, इसके मद्देनजर उन्होंने लोगों से इस दिवाली पटाखे फोड़ने से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर हम इस दिवाली पर पटाखे फोड़ते हैं, तो हम अपने बच्चों और परिवारों के साथ खेल रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी हम पटाखे नहीं जलाएंगे। इस बार दिल्ली के सभी 2 करोड़ लोग एक साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे। मैं अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ मिलकर 14 तारीख को 7.39 पीएम बजे किसी स्थान पर लक्ष्मी पूजन करूंगा। आप भी हमारे साथ मिलकर दीवाली पूजन करें। इसका टीवी पर प्रसारण भी किया जाएगा, उम्मीद है आप भी हमारे साथ जुड़ेंगे। केजरीवाल ने बुधवार को कहा था कि राजधानी में पिछले कुछ दिन में कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि हुई है और इसे महामारी की तीसरी लहर कहा जा सकता है। केजरीवाल ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है और सरकार हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। हम सभी जरूरी कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराना और मृत्यु दर को कम से कम रखना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। हालांकि कुछ बड़े, निजी अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की कमी है, लेकिन हम इसमें सुधार की कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाई थी, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने हमारे फैसले पर रोक लगा दी। हम आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रहे हैं। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में मंगलवार को एक दिन में सर्वाधिक कोविड-19 के 6,700 से ज्यादा नए मामले सामने आए, जिससे यहां संक्रमितों की कुल संख्या 4 लाख से अधिक हो गई। वहीं, 48 और लोगों की मौत से राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण से मृतकों की संख्या 6652 हो गई।