हरक सिंह रावत नाराज, नहीं उठा रहे प्रदेश अध्यक्ष का फोन
देहरादून
भवन एवं कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से बाहर होने से नाराज श्रम मंत्री और कोटद्वार के विधायक हरक सिंह ने 2022 का चुनाव नहीं लड़ने का एलान तो किया ही है, साथ ही अब वह पार्टी नेताओं का फोन नहीं उठा रहे. हरक सिंह ने फोन स्विच ऑफ कर लिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने बयान में बताया है कि उनसे कई बार संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हरक सिंह किसी से बात करने को तैयार नहीं हैं. जल्द ही उनसे बात की जाएगी. जब मुलाकात होगी तब हर मसले पर चर्चा की जाएगी।
वन मंत्री हरक सिंह की नाराजगी को लेकर भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ का कहना है कि फिलहाल उनकी जो नाराजगी है, उसको पार्टी स्तर पर दूर करने की कोशिश की जाएगी. उनका कहना है कि वन मंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई है. मगर जिस तरह से नाराजगी की बात आई है, उसको हर संभव दूर करने की कोशिश की जाएगी. बता दें, उमेश शर्मा काऊ 2016 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विधायक थे और कई बार पार्टी की नाराजगी को लेकर चर्चाओं में रहे हैं।
भवन एवं कर्मकार कल्याण बोर्ड के पुनर्गठन के बाद से गरमाई सियासत को हरक सिंह रावत ने बीते शुक्रवार और गरमा दिया. अध्यक्ष पद के विवाद पर हरक ने सिर्फ यही कहा कि यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में है. सीएम से बात करने के बाद ही इस पर कुछ कह पाएंगे. हरक बोर्ड के अध्यक्ष पद के विवाद पर तो नया कुछ नहीं बोले, लेकिन उन्होंने यह साफ कह दिया कि वे 2022 का चुनाव नहीं लड़ेंगे. हरक सिंह रावत भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन मंत्री को भी वे यह बता चुके हैं।