Sunday, May 12, 2024
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गृह मंत्रालय ने आइटीबीपी को सक्षम बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए

नई दिल्ली
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 59वें स्थापना दिवस पर ग्रेटर नोएडा में आयोजित समारोह की अध्यक्षता की और परेड की सलामी ली। जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत की संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम के मंत्र को मानते हुए विश्व शांति का संदेश देती है। वहीं शास्त्रों के साथ-साथ शस्त्रों की पूजा करने का मंत्र भी इसी भारतीय संस्कृति ने दिया है जिससे हमें दुश्मन द्वारा पैदा की गई हर तरह की विषम परिस्थिति के लिए अपने आपको पूर्ण रूप से सशक्त करने का मंत्र भी मिलता है। रेड्डी ने कहा कि आइटीबीपी वर्ष 1962 में अपनी स्थापना के बाद से ही देश की सीमाओं की रक्षा कर रही है। कितनी भी विषम परिस्थिति हो आइटीबीपी के जवान ऊंचे मनोबल से अपनी ड्यूटी का पालन करते हैं और भारत माता की सेवा में पूर्ण राष्ट्रभक्ति के साथ जमकर खड़े रहते हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से लडाई हो या छत्तीसगढ़ में लेफ्ट विंग का संघर्ष सभी जगह आइटीबीपी ने उत्कृष्टता के साथ प्रदर्शन किया है। जी किशन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार आइटीबीपी को पूर्ण रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। गृहमंत्री अमित शाह के प्रभावी नेतृत्व में गृह मंत्रालय ने आइटीबीपी को अधिक सक्षम और आधुनिक बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। रेड्डी ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा आईटीबीपी को 47 बॉर्डर आउटपोस्ट बनाने की मंजूरी दे दी गई है। जवानों को आवश्यक यूनीफार्म और मॉनिटरिंग इक्विपमेंट दिए गए है। एक वर्ष में 28 प्रकार के नए वाहनों की व्यवस्था की गई है। आईटीबीपी के लिए 7,223 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। साथ ही प्रबंधन के लिए 15 करोड़ से अधिक राशि मंजूर की गई है। जी किशन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब देश कोरोना महामारी से लड़ रहा था उस समय आईटीबीपी के जवानों ने भी कंधे से कंधा मिलाकर अपना योगदान दिया। लॉकडाउन के दौरान दूर-दराज के इलाकों में रहने वाली आम जनता को आइटीबीपी के द्वारा आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की गई। अमित शाह के मार्गदर्शन में छतरपुर में आईटीबीपी को दुनिया के सबसे बड़े सरदार पटेल कोविड-19 अस्पताल चलाने की जिम्मेदारी दी गई जिसे पूर्णकर आईटीबीपी ने मानव सेवा का उत्कृष्ठ उदाहरण प्रस्तुत किया। श्री रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं को खेल से जोड़ना हो,आम जनता के लिए साफ पीने के पानी की व्यवस्था करना हो या दूर-दराज के इलाकों में मेडिकल कैंप लगाना सभी जगह आईटीबीपी के जवान बिना थके अपने मोर्चे पर ढटे रहे। जवानों ने कंधों पर उठाकर कई किलोमीटर तक मरीजों को मुश्किल रास्तों से चलते हुए अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने का भी काम किया जो मानवता का प्रतिरूप है।

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