टीकाकरण करने गई टीम का विरोध
Pankaj Kumar
शामली:— जनपद शामली में 12 बीमारियों से बचाने वाले टीकाकरण अभियान के दौरान टीकाकरण करने गई टीम को विरोध का सामना करना पड़ा जहां पर आसाम से आए कुछ लोगों ने झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहते है जो कूड़ा बीनने का काम करते हैं। जो कि अपने बच्चों कोटी का नहीं लगाने दे रहे थे। जिसके बाद टीम ने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी जिसके बाद जिले के नोडल अधिकारी अपनी टीम के साथ पहुंचे और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों को समझा-बुझाकर टीकाकरण करवाया।
दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली की सदर कोतवाली क्षेत्र के कैराना रोड पर स्थित है झुग्गी झोपड़ियों का है जहां पर आसान से आए कुछ युवक झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहते हैं जो कि उड़ा भी मिलने का काम करते हैं जिन्होंने आज टीकाकरण करने गई टीम का विरोध किया और अपने बच्चों को टीका लगने के डर से झुग्गी झोपड़ियों से गायब कर दिया। टीकाकरण करने गई टीम ने जब लोगों में विरोध देखा तो उन्होंने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आरके सागर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम जिसमें डॉक्टर रमेश चंद्रा चिकित्सा अधीक्षक शामली, डॉक्टर रोशी फातिमा, मीनू निरवाल विकास पूरी टीम के साथ पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों को टीकाकरण के बारे में जानकारी दी जिन्होंने लोगों को बताया कि जन्म से लेकर 5 साल तक बच्चों को टीकाकरण किया जाता है जिसमें 5 साल में 12 इंजेक्शन उनको लगाए जाते हैं ताकि बच्चों को होने वाली खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सके जिसके बाद लोगों की समझ में आया कि जिस टीके का वह विरोध कर रहे हैं वह टीकाकरण उनके लिए नुकसानदायक नहीं बल्कि फायदेमंद है जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को टीकाकरण करवाया साथी पोलियो की वैक्सीन भी पिलवाई।