निजी हॉस्पिटल पर छापा मार कार्यवाही करते हुए हॉस्पिटल को सीज़ ——— पूरी जानकारी के लिये क्लिक करे
पंकज कुमार
शामली
जनपद शामली में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस को साथ लेकर एक निजी हॉस्पिटल पर छापा मार कार्यवाही करते हुए हॉस्पिटल को सीज़ कर दिया। जहां पर संबंधित चिकित्सक द्वारा पंजीकरण होना बताया गया। हॉस्पिटल संचालक द्वारा यूनानी दवाओं का लिया गया था लेकिन क्लीनिक में एलोपैथिक दवाईयां भी प्रयोग में होती पाई गई। जिसके बाद सीएमओ के निर्देश पर टीम ने हॉस्पिटल को सील कर दिया है। छापेमार कार्यवाही के दौरान झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा रहा।
दरअसल आपको बता दे कि मामला जनपद शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र के कस्बे में एसीएमओ डॉ अशोक हांडा व तहसीलदार रणवीर सिंह ने पुलिस टीम के साथ झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाया। जिसमें टीम द्वारा मोहल्ला आलदरम्यान स्थित डॉक्टर इकबाल क्लीनिक पर छापा मारा। टीम ने छापे के दौरान संबंधित चिकित्सक डॉक्टर मोहम्मद जाकिर द्वारा अपना पंजीकरण आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय मुजफ्फरनगर से होना बताया। दस्तावेज दिखाए गये, किन्तु उनके क्लीनिक में एलोपैथिक दवाइयां प्रयोग में होती पाई गई। जनपद शामली का पंजीकरण दिखाया गया जिसका पिछले 4 वर्षों से नवीनीकरण नही करवाया गया है। वहीं क्लीनिक संचालक डॉ मोहम्मद जाकिर द्वारा आयुर्वेदिक पंजीकरण के आधार पर एलोपैथिक दवाइयों के इस्तेमाल किये जाने तथा जनपद शामली से 4 वर्षों तक नवीनीकरण न कराए जाने एवं निरंतर एलोपैथिक दवाइयों का प्रयोग नियम विरुद्ध किये जाने के कारण क्लीनिक को टीम द्वारा सील कर दिया गया। एसीएमओ डॉक्टर अशोक हांडा ने बताया कि हॉस्पिटल के डॉक्टर ने अपने बीयूएमएस के पेपर दिखाए। लेकिन वह एलोपैथिक ट्रीटमेंट कर रहे हैं।
एनजीटी का कोई उनके पास में पेपर नहीं है। पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का नहीं है, फायर का नहीं है। अन्य खामियां मिलने पर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। इसके अलावा टीम ने कैराना बाईपास पर स्थित एक हॉस्पिटल पर छापा मारा। जहां पर हॉस्पिटल चलता न मिलने पर टीम वापस लौट गई। जांच करने पर पता चला कि उक्त हॉस्पिटल चार-पांच महीने से बंद है तथा एक डॉक्टर व हॉस्पिटल मालिक के बीच कुछ पैसों का विवाद चल रहा हैं। जिसकी रंजिश में एक डॉक्टर ने हॉस्पिटल मालिक की झूठी शिकायत कर दी थी। वही टीम वापस लौट गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा छापेमारी से झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा रहा।