पुलिस ने गैंगरेप के दो फर्जी मुकदमो का किया खुलासा, आपसी विवाद व रिश्तेदारों को फ़साने और ब्लेकमैल करने के लिए लिखवाया मुकदमा
राजन त्यागी
हापुड़ ——
हापुड़ में आईपीएस डॉ० यशवीर सिंह (एसपी हापुड़) ने दो महिलाओ द्वारा महिला के लिए बने कानून का गलत इस्तेमाल करते हुए आपसी विवाद में लिखवाये गए गैंगरेप के दो फर्जी मुकदमो को खत्म कर फ़ाइल को बंद कर दिया है महिलाओ द्वारा दोनों ही गैंगरेप के मुकदमे थाने में फर्जी तरिके से आपसी विवाद में अपने जानकारों और रिश्तेदारों को फ़साने और ब्लेकमैल करने के लिए लिखवाये गए थे जिसमे दोनों ही मुकदमो को पुलिस ने जाँच में झूठा पाकर खत्म कर दिया। दोनों ही गैंगरेप के मुकदमो में ब्लेकमेलिंग का मामला सामने आया है और महिलाओ द्वारा आपसी विवाद को लेकर महिलाओ के लिए बने कानून का भी गलत इस्तेमाल किया गया था वही अब पुलिस ऐसे मुकदमे लिखवाने वालो केखिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है
आपको बता दे की हापुड़ थाना नगर कोतवाली में 29 मई 2019 को एक महिला द्वारा गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसमे महिला ने अपने देवर, जेठ और एक अन्य पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराते हुए गैंगरेप का आरोप लगाया था वही थाना देहात पुलिस महिला की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जाँच में जुट गयी थी और पुलिस ने गैंगरेप के मामले में गहनता से जाँच की और सभी सबूतों को एकत्र किया और फिर उनकी भी गंभीरता से जाँच की वही जाँच में पुलिस को मुकदमा फर्जी पाया गया पुलिस के अनुसार महिला ने उस मकान को हड़पने के लालच में आकर अपने जेठ, देवर और एक अन्य पर गैंगरेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था और ब्लेकमैल करने का भी मामला सामने आया जब पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच की तो पानी का पानी और दूध का दूध हो गया। महिला उस मकान को हड़पना चाहती थी इसीलिए महिला ने अपने जेठ, देवर और एक अन्य पर गैंगरेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था और पुलिस ने हकीकत सामने आने के बाद गैंगरेप के फर्जी मुकदमे को खत्म कर फ़ाइल को बंद कर दिया।
वही दूसरे मुकदमा थाना देहात में 12 सितंबर 2019 को लिखा गया था यहाँ एक महिला ने महिला के लिए बने कानून का गलत इस्तेमाल करते हुए अपने पति और उसके भाई पर गैंगरेप का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया और फिर दोनों को ब्लेकमैल करने लगी। दरअसल जानकारी के अनुसार एक महिला ने अपने पहले पति को छोड़कर दूसरे व्यक्ति से शादी कर ली जिमसे पहले पति ने अपनी पत्नी पर केस दर्ज करा दिया जिसके छुटकारा पाने के लिए महिला ने अपने पहले पति और उसके भाई पर गैंगरेप की तहरीर देते हुए दोनों के खिलाफ गैंगरेप में मुकदमा दर्ज करा दिया। वही पुलिस को गैंगरेप के मामले में संदिग्धता लगी तो पुलिस ने बारीकी से मामले की जाँच की और पुलिस जाँच में पता चला की महिला फर्जी तरिके से गैंगरेप के मुकदमा दर्ज कराकर अपने पति पर दबाव बनाकर फैसला करना चाहती थी जिसका पुलिस ने खुलासा कर दिया और गैंगरेप के फर्जी मुकदमे के खत्म कर दिया।
वही महिलाओ द्वारा लिखवाये गए गैंगरेप के फर्जी मुकदमो से साफ़ जाहिर है की आपसी विवाद में भी कुछ महिलाए गैंगरेप, रेप जैसी गंभीर मामलो का आपसी विवाद के लिए इस्तेमाल कर रही है जिससे अन्य पीड़ित महिलाओ को भी नुक्सान होने की संभावना बनी रहती है और फिर पीड़ितों को थाने कोर्ट कचहरियों के चक्कर काटने पड़ते है और पीड़ितों को न्याय के लिए लम्बा समय लग जाता हैं वही हापुड़ पुलिस द्वारा गैंगरेप के दो फर्जी मुकदमे खत्म किये जाने के बाद अब आशंका जटाओ जा रही है की कुछ महिलाए फर्जी मुकदमो को दर्ज करने में डरेंगे और पीड़ितों को न्याय सही समय पर मिल पायेगा और पुलिस भी फजूल के कार्य से बचेगी और जनता ही सेवा कर सकेगी।