पत्रकार आशीष व उसके भाई की हत्या का प्रकरण अभी थमने में भी नहीं आया था कि एक अन्य पत्रकार पर भी हुआ जानलेवा हमला।
Deepak Tiwari
सहारनपुर – मामला बीते 4 महीने पहले का है जब एक “हरीश टाइम्स” समाचार पत्र के पत्रकार साकिब गौरी पर कुछ लोगों ने उस पर इरादतन हत्या करने का प्रयास किया था जिसमे साकिब गौरी गम्भीर रूप से घायल हो गया था।परिजनों ने बताया गया कि घटना के तुरन्त बाद ही स्थानीय थाना जनकपुरी में इसकी सुचना दी गयी जिसके बाद मौके पर थाना जनकपुरी पुलिस पहुंची जिसने घायल साकिब को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसका मेडिकल भी कराया गया। साकिब के परिजनों ने आरोपी हमलावरों तासीन ,सरफराज व नाजिम के खिलाफ थाने में तहरीर दी और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की गुहार लगाई।साकिब का उपचार कर उसका मेडिकल भी हुआ और मेडिकल को थाने में दर्ज भी कराया गया लेकिन थाने की तरफ से किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुयी। जिसके बाद उक्त मुकदमा थाने में अदालत के आदेश पर लिखा गया जिसके बाद विवेचना के दौरान पुलिस ने तीनो अभियुक्तों मे से दिनांक 19/8/2019 को नाज़िम व सरफराज को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों पर बिना कोई कार्यवाही किये उनको छोड़ दिया। पत्रकार साकिब गौरी की माँ ने कोंग्रेस पार्टी के विधायक मसूद अख्तर का नाम बताते हुए कहा कि मसूद अख्तर के दबाव में आकर एसपी सिटी सहारनपुर ने इस घटना की जाँच को झूठा तैयार करवाया है।
वहीँ पीड़ित पत्रकार साकिब गौरी ने रंजिश की वजह गौकशी बतायी जिसमे साकिब ने बताया कि उक्त तीनो आरोपी गौकशी का काम करते थे जिनकी शिकायत मेरे दवारा स्थानीय थाने में की गयी थी उसके बाद से ही ये लोग मेरे से रंजिश रखे हुए थे। इन लोगों ने मुझपर दिनांक 24/3/019 में सड़क दुधली रोड पर मेरी हत्या करने का प्रयास से हमला किया था जिसमे इन लोगो ने मेरे गले और सिर पर चाकू से गहरा वार किया था। इस हमले में मैं बुरी तरह घायल हो गया था और शिकायत करने के बाद भी आज तक मुझे इन्साफ नहीं मिला।अपनी समस्या लेकर सहारनपुर एसएसपी से भी साकिब मिला लेकिन यहाँ भी साकिब को निराशा ही हाथ लगी।
जहाँ सहारनपुर में पत्रकार आशीष की ह्त्या के बाद प्रशासन सक्रीय है और पत्रकारों के प्रति सचेत है वहीँ साकिब आज भी अपने ऊपर हमला करने वालों पर कानूनी कार्यवाही के लिए दर दर भटक रहा है।