किसानों ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा
Pankaj Kumar
शामली
— जनपद शामली में किसान जिला अध्यक्ष कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने शामली कलेक्ट्रेट में पहुंचकर उप राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन एडीएम शामली को सौंपा जिसमें किसानों ने अपनी विभिन्न मांगें रखी हैं दिमाग है कि बिजली की दरों को घटाया जाए और गन्ने का भाव 400 कुंतल के हिसाब से दिया जाए।
आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली का है जहां पर किसान जिला अध्यक्ष कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने कलक्ट्रेट पर पहुंचकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर माननीय उप राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन एडीएम शामली को दिया जिसमें किसानों की मांग है कि पिछले 2 सालों से गन्ना समर्थन मूल्य ₹1 भी नहीं बढ़ा है किसानों का कहना है कि मजदूरों खाद बिजली डीजल के रेट आए दिन बढ़ाए जा रहे हैं लेकिन उनके गन्ने का समर्थन मूल्य पिछले 2 सालों से जस का तस बना हुआ है किसानों की मांग है कि इस बार गन्ना समर्थन मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल के हिसाब से उन्हें दिया जाए साथ ही किसानों की मांग है कि बिजली की दरों में कमी की जाए किसान इतनी बड़ी हुई बिजली की दरें नहीं चुका पा रहा है किसानों का कहना है कि मजदूर आए दिन अपनी मजदूरी बढ़ा रहे हैं लेकिन उनके गन्ने का दाम नहीं बढ़ाया जा रहा है किसानों की यह भी मांग है कि प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट का किराया ₹2000 कर दिया है जो कि बहुत अधिक है किसानों का कहना है कि किसान अपने बच्चों की फीस ही बड़ी मुश्किल से चुका पाता है तो ट्रांसपोर्ट का यह ₹2000 किराया रह कैसे चुकाए गा किसानों की मांग है कि यह बड़ा हुआ किराया भी वापस लिया जाए किसानों ने कहा है कि अगर उनकी समस्याओं का यह समाधान जल्द नहीं होता तो वह मजबूर होकर आंदोलन करेंंगे।
आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली का है जहां पर किसान जिला अध्यक्ष कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने कलक्ट्रेट पर पहुंचकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर माननीय उप राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन एडीएम शामली को दिया जिसमें किसानों की मांग है कि पिछले 2 सालों से गन्ना समर्थन मूल्य ₹1 भी नहीं बढ़ा है किसानों का कहना है कि मजदूरों खाद बिजली डीजल के रेट आए दिन बढ़ाए जा रहे हैं लेकिन उनके गन्ने का समर्थन मूल्य पिछले 2 सालों से जस का तस बना हुआ है किसानों की मांग है कि इस बार गन्ना समर्थन मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल के हिसाब से उन्हें दिया जाए साथ ही किसानों की मांग है कि बिजली की दरों में कमी की जाए किसान इतनी बड़ी हुई बिजली की दरें नहीं चुका पा रहा है किसानों का कहना है कि मजदूर आए दिन अपनी मजदूरी बढ़ा रहे हैं लेकिन उनके गन्ने का दाम नहीं बढ़ाया जा रहा है किसानों की यह भी मांग है कि प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट का किराया ₹2000 कर दिया है जो कि बहुत अधिक है किसानों का कहना है कि किसान अपने बच्चों की फीस ही बड़ी मुश्किल से चुका पाता है तो ट्रांसपोर्ट का यह ₹2000 किराया रह कैसे चुकाए गा किसानों की मांग है कि यह बड़ा हुआ किराया भी वापस लिया जाए किसानों ने कहा है कि अगर उनकी समस्याओं का यह समाधान जल्द नहीं होता तो वह मजबूर होकर आंदोलन करेंंगे।