भारत निष्पक्षता और न्याय के सिद्धांत पर कायम : पीयूष गोयल
अबूधाबी
केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत निष्पक्षता और न्याय के सिद्धांत पर कायम है। मंत्री गोयल ने संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर पहुंचने के दौरान अबूधाधी में कहा कि भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि डब्ल्यूटीओ में लिए गए भारत के किसानों और मछुआरों के हितों को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं। वह हमें सुनिश्चत करेंगे कि हमारा काम सही तरीके से हो। यहां गौरतलब है कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का 13वां मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 26 फरवरी से अबू धाबी में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें वाणिज्य मंत्री भी शामिल हुए हैं। सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि डब्ल्यूटीओ को सबसे पहले विश्वास निर्माण को लेकर बात करनी चाहिए कि डब्ल्यूटीओ जो कहता है, वही लागू करता है। अगर कोई डब्ल्यूटीओ का नियम तोड़ता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। भारत की मांग है कि अपीलीय निकाय को तुरंत ही बहाल किया जाए, जिससे डब्ल्यूटीओ के प्रस्ताव अगर पूरे नहीं हुए हो तो निकाय के समक्ष अपनी बात रखी जा सकती है।
मंत्री गोयल ने आगे कहा कि हमारे सभी मुद्दे हमारे सामने हैं। हम देश-दुनिया के अनुसार मुद्दे उठाते हैं। हम वसुदेव कुटुम्बकम की बात करते हैं। पीएम मोदी ने जी20 का नेतृत्व भी वन अर्थ के मुद्दे पर ही किया है। भारत अब भी इसमें विश्वास करता है। भारत हमेशा गरीब, कम विकसित, विकासशील देशों के मुद्दों के बारे में चिंतित रहता है। मंत्री ने कहा कि भारत एक सर्वसम्मति निर्माता है और हम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि 22 देशों ने डब्ल्यूटीओ सदस्यता के लिए आवेदन किया है। ग्लोबल साउथ के जिम्मेदार सदस्य के रूप में भारत उनकी मांगों पर विचार करेगा।