फूड फेस्टिवल में नैवेद्यम अन्न रत्नम को प्रथम पुरस्कार
हरिद्वार
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर में आयुर्वेद दिवस समारोह के अन्तर्गत सोमवार को फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं ने बाजरा, रागी, कंगनी आदि श्रीधान्य (मिलेट्स) से संबंधित व्यंजन बनाए। छात्रों द्वारा निर्मित व्यंजनों का क्वालिटी, प्रेजेंटेशन, फ्लेवर आदि के आधार पर मूल्यांकन करने के पश्चात टीम नैवेद्यम अन्न रत्नम को प्रथम पुरस्कार, तृणधान्य माइटी मिलेटस को द्वितीय पुरस्कार, तक्षक जायका को तृतीय पुरस्कार तथा शालाक्य की पाकशाला को एवरग्रीन पुरस्कार प्रदान किया गया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं के बनाए गए विभिन्न मिलेटस से निर्मित विशिष्ट व्यंजनों का अवलोकन किया और उपरान्त ग्रहण करते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. मीना आहूजा ने बताया कि समाज को विभिन्न मिलेट्स से संबंधित व्यंजनों को आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। आहार में मिलेट्स को शामिल करने से प्रोटीन, फाइबर्स, विटामिंस एवं मिनरल की पूर्ति शरीर की आवश्यकतानुसार पूरी हो जाती है। प्रतियोगिता में डॉ. ज्ञानेंद्र दत्त शुक्ला, डॉ. विपिन कुमार अरोड़ा, डॉ. अदिति ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम में प्रो. विपिन पांडेय, प्रो. उत्तम शर्मा, प्रो. दिनेश गोयल, प्रो. बालकृष्ण पंवार, डॉ. शीतल वर्मा, डॉ. राजीव कुरेले, डॉ. मयंक भटकोटी आदि शिक्षक उपस्थित रहे।