लाइब्रेरी की जांच करने पहुंचे डीएम व एसएसपी
Deepak Tiwari
प्रथम दृष्टि में लाइब्रेरी पर हेलीपैड बनाना मात्र आरोप
सहारनपुर/देवबन्द :- इस्लामी तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम देवबन्द में निर्माणाधीन भव्य लाइब्रेरी पर हेलीपैड बनाने की शिकायत के चलते आज सहारनपुर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे व पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने दारल उलूम परिसर पहुंचकर लाइब्रेरी की विस्तार से जांच की । शिकायत कर्ताओं द्वारा निर्माण में लगाए गए आरोपो की एक एक कर बारीकी से जांचा दोनों अधिकारियों ने की। इस दौरान केवल दारूल उलूम लाइब्रेरी बल्कि अन्य बहुत से भवनों का दौरा किया और बाद में नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद जमीयत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना असद मदनी से दारुल उलूम के गेस्ट हाउस में मुलाकात की इस दौरान डीएम ने बताया कि हेलीपैड बनने की बात सही नहीं पाएगी और विधिक रूप से पूरे मामले की जांच अभी जारी है और जो भी निष्कर्ष निकलेगा वह सबके सामने रख दिया जाएगा इस संबंध में दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी जो कि इस भवन के डिजाइनर भी है उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में था कि दारूल उलूम परिसर के अंदर किसी भी भवन के निर्माण के लिए नक्शा पारित कराने की आवश्यकता नहीं होती है इस आधार पर उन्होंने पहले भी कई भवनों के निर्माण कराएं और लाइब्रेरी का भी निर्माण इसी बेस पर कराया गया है उन्होंने कहा कि जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और प्रशासन द्वारा जो भी दिशा-निर्देश उनको दिया जाएगा वह उनपर पुरी तरह अमल किया जायेगा ।
सहारनपुर/देवबन्द :- इस्लामी तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम देवबन्द में निर्माणाधीन भव्य लाइब्रेरी पर हेलीपैड बनाने की शिकायत के चलते आज सहारनपुर जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे व पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने दारल उलूम परिसर पहुंचकर लाइब्रेरी की विस्तार से जांच की । शिकायत कर्ताओं द्वारा निर्माण में लगाए गए आरोपो की एक एक कर बारीकी से जांचा दोनों अधिकारियों ने की। इस दौरान केवल दारूल उलूम लाइब्रेरी बल्कि अन्य बहुत से भवनों का दौरा किया और बाद में नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी दारुल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद जमीयत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना असद मदनी से दारुल उलूम के गेस्ट हाउस में मुलाकात की इस दौरान डीएम ने बताया कि हेलीपैड बनने की बात सही नहीं पाएगी और विधिक रूप से पूरे मामले की जांच अभी जारी है और जो भी निष्कर्ष निकलेगा वह सबके सामने रख दिया जाएगा इस संबंध में दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी जो कि इस भवन के डिजाइनर भी है उन्होंने बताया कि उनके संज्ञान में था कि दारूल उलूम परिसर के अंदर किसी भी भवन के निर्माण के लिए नक्शा पारित कराने की आवश्यकता नहीं होती है इस आधार पर उन्होंने पहले भी कई भवनों के निर्माण कराएं और लाइब्रेरी का भी निर्माण इसी बेस पर कराया गया है उन्होंने कहा कि जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और प्रशासन द्वारा जो भी दिशा-निर्देश उनको दिया जाएगा वह उनपर पुरी तरह अमल किया जायेगा ।