ईद की नमाज अदा कर अमन-शांति की दुआ की
रुड़की। ईद-उल-अजहा का त्योहार नगर और आसपास के क्षेत्र में अकीदत के साथ मनाया गया। नमाजे-ईद नगर की ईदगाह में शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई। अमन-शांति और भाईचारे के लिए दुआ कराई गई। मदरसा अरबिया रहमानिया के मौलाना अजहरूल हक ने ईद-उल-अजहा की विशेषताओं पर रोशनी डाली। कहा कि यह त्योहार हमें यह सिखाता है कि हम अपने समाज के लिए कुर्बानी करें। जो हमारे दीन ने हमें सिखाई है। उन्होंने कहा कि जो प्रतिबंधित पशु हैं उनकी कुर्बानी नहीं करें। उन्होंने कहा कि वतन की सुरक्षा और भाईचारे के लिए अपना योगदान देना चाहिए। युवाओं को मोबाइल के दुष्परिणाम और उस प्रयोग से सचेत रहने, नशे से बचने को कहा। मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने ईद की नमाज पढ़ाई। नमाज के बाद बारिश शुरू हो गई। इसके बाद उन्होंने अमन-चैन और भाईचारे की दुआ कराई। इससे नमाजियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग देर तक ईदगाह के आसपास रुके रहे। इससे कुर्बानी में भी देरी हुई।