यूपी में नये सिरे से बूथ प्रबंधन
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव मंे अधिक से अधिक सांसद जुटाने के लिये मिशन 80 पर कार्य कर रही है। इसका मतलब है कि किसी भी सीट पर पार्टी को कमजोर नहीं होने देना है। लखनऊ में बीते दिनों बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला मंे इसी बात पर मंथन किया गया। बूथ समिति तथा पन्ना प्रमुख के माध्यम से ही भाजपा यह लक्ष्य हासिल करेगी। चुनाव के समय बूथों का महत्व जितना पहले होता था, अब उतना नहीं रह गया है। विपक्षी दलों के ‘बस्ते’ तो कई मतदान केन्द्रों पर दिखाई ही नहीं पड़ते हैं। इसके कारण मतदान का प्रतिशत भी कम हो रहा है। भाजपा ने बूथ के महत्व को समझा है और यूपी मंे 2017 से ही इस पर काम भी हो रहा है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री धर्मपाल ने कार्यशाला मंे अभियान से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी दी थी। यूपी मंे सुनील बंसल के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री धर्मपाल को महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया है। उनके साथ सहयोग करने के लिए राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश हैं। इन दोनों के कार्य-व्यवहार को देखते हुए प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह ने उम्मीद जतायी है कि बूथों की अभेद्य व्यूह रचना से 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिलेगी। उत्तर प्रदेश भाजपा के महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं। योगी सरकार की उपलब्धियों का भी वे पार्टी का जनाधार बढ़ाने में उपयोग करेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 में मिशन 80 को पूरा करने के लिए भाजपा यूपी में नए सिरे से बूथ कमेटियों का गठन करेगी। भाजपा की बूथ कमेटी अब 21 की जगह 11 सदस्यों की होगी। बूथ समिति में क्षेत्र की सभी प्रमुख जातियों के कार्यकर्ताओं के साथ एक महिला सदस्य को शामिल किया जाएगा। भाजपा की ओर से बीते दिनों लखनऊ में अटल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित बूथ सशक्तिकरण कार्यशाला में बूथ जीता तो चुनाव जीता के मंत्र साथ चुनावी तैयारी के पहले चरण में बूथ पर पार्टी को मजबूत करने का एजेंडा सौंपा गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश ने कहा कि बूथ समिति तथा पन्ना प्रमुख प्रत्येक मतदाता से संवाद व संपर्क का माध्यम है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा में बूथ सशक्तिकरण का कार्य प्राथमिकता पर है और यही बूथ विजय का कारक है। उन्होंने कहा कि मजबूत बूथ संरचना तथा प्रभावी बूथ से भाजपा बडे़ लक्ष्य हासिल करेगी।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने कहा कि बूथ की अभेद्य व्यूह रचना का निर्माण कर 2024 के लोकसभा चुनाव में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करेंगे।
पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल ने कार्यशाला में अभियान से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी दी। बूथ प्रबंधन अभियान के लिए क्षेत्र, जिला और मंडल स्तर पर चार चार लोगों की टोली बनाई जाएगी। अभियान के लिए 27-28 फरवरी को जिला स्तर पर बैठक होगी। 1 से 5 मार्च तक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर बैठक होगी। 11-15 मार्च तक मंडल स्तरीय तैयारी बैठक होगी। संगठन महामंत्री ने बताया शक्ति केंद्र पर बूथ सशक्तिकरण कार्य शुरू करने से पहले 10 दिन के लिए अल्पकालीक विस्तारक भेजे जाएंगे। अल्पकालीन विस्तारक शक्ति केंद्र के बाहर के कार्यकर्ता को नियुक्त किया जाएगा जो कम से कम 8 से 10 घंटे का प्रतिदिन समय दे सके।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन की ओवरहालिंग कभी भी संभव हैं। भाजपा के यूपी चीफ भूपेंद्र सिंह चौधरी की नई टीम की घोषणा शीघ्र तय माना जा रहा है। इसी के साथ वेस्ट यूपी के पार्टी अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी बदले जा सकते है। कई नए चेहरों को मौका मिलना लगभग पक्का हैं। इसी के साथ बीजेपी फतह 2024 के लिए बूथ पर नए सिपहसालार तैनात कर रही है, उन पर कमल खिलाने का जिम्मा रहेगा। हर बूथ पर हर जाति के सदस्य को समायोजित करने और एक महिला को जरूर बतौर सदस्य रखने का प्लान भी है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव चंद्रमोहन के मुताबिक यूपी में सभी सीनियर के मशविरे से संगठन के गठन का काम लगभग पूरा हो गया है। भाजपा सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती हैं। संगठन की घोषणा से साफ हो जाएगा कि समर्पित और सक्रिय वर्करों को जगह दी गई हैं। बीजेपी का हर कार्यकर्ता कमल को खिलाने के लिए काम करता है।
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चले किसान आंदोलन के बाद बीजेपी ने वेस्ट यूपी के जाट चेहरे भूपेंद्र सिंह चौधरी को बीजेपी यूपी की अध्यक्ष बनाया था लेकिन जाट बहुल खतौली उपचुनाव में बीजेपी हार गई। उसे अपनी सीट गंवानी पड़ी। इसलिए माना जा रहा है कि वेस्ट यूपी के अध्यक्ष पद से जाट चेहरे मोहित बेनीवाल की जगह किसी अन्य पिछड़े समाज खासकर गूजर, पाल, प्रजापति को जिम्मा दिया जा सकता हैं। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक वेस्ट यूपी का अध्यक्ष ठाकुर समाज के कार्यकर्ता को भी बनाने पर मंथन हुआ है। बीजेपी के एक प्रदेश पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश इकाई के गठन का ऐलान हर हाल में जाएगा। उसके बाद वेस्ट यूपी के अध्यक्ष और तमाम मोर्चा के अध्यक्ष और संयोजकों की तैनाती होगी। यह काम मार्च के पहले सप्ताह तक पूरा करने का हाईकमान का टारगेट है।
इसी के साथ 2024 में जीत की कवायद के लिए बीजेपी की रणनीति बूथ कमेटियों में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाने की है। लखनऊ में दो दिन पहले हुई मीटिंग के बाद जिलों में पहुंची सूचना के मुताबिक बीजेपी प्रदेश में नए सिरे से बूथ कमिटियां बनाएगी। बीजेपी की बूथ कमेटी में अब 21 की जगह 11 सदस्य होंगे। बूथ कमेटी में क्षेत्र की सभी प्रमुख जातियों के कार्यकर्ता शामिल होंगे। एक महिला सदस्य का रखना भी अनिवार्य होगा। इसी के साथ बूथ प्रबंधन अभियान के लिए क्षेत्र, जिला और मंडल स्तर पर चार-चार लोगों की टोली बनेगी।