पाकिस्तान में अब नेताओं को लग्जरी गाड़ी नहीं मिल रही, बिजली गैस व पानी का भी बिल
पाकिस्तान में आर्थिक संकट चरम पर है। आटे से लेकर बिजली तक आम लोगों को तगड़े झटके दे रही है। 1947 में अस्तित्व में आने के बाद पाकिस्तान के हालत इस समय सबसे बुरे हैं। पाकिस्तानी कंगाली की कगार पर पहुंच गया है और कोई मदद का हाथ दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में पाकिस्तान ने देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के हताशापूर्ण प्रयासों के तहत कैबिनेट मंत्रियों और उनके सलाहकारों द्वारा वेतन नहीं लेने तथा विदेश यात्रा के दौरान मंत्रियों के पांच सितारा होटल में नहीं ठहरने जैसे मितव्ययिता के कई उपायों का ऐलान किया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गये फैसलों की घोषणा की। बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद आधिकारिक खर्च में कटौती करने के उपायों की मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा, मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों और सलाहकारों ने स्वेच्छा से फैसला किया है कि वे सरकारी खजाने से वेतन या कोई अन्य लाभ नहीं लेंगे तथा अपने खर्चों के बिल का भुगतान करेंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के सदस्य लग्जरी कार का उपयोग नहीं करेंगे और विमान में इकोनॉमी श्रेणी में यात्रा करेंगे। विदेश यात्रा के दौरान पांच सितारा होटल में नहीं ठहरेंगे। सभी सरकारी अधिकारियों पर भी यह लागू होगा।
मंत्रियों को अब अपने स्वयं के बिजली, गैस और पानी के बिलों का भुगतान भी करना होगा। सरकार ने इन कटौतियों के जरिए सालाना 200 अरब रुपये बचाने का प्लान बनाया है। पाकिस्तान के पास अब कुछ ही दिनों का विदेशी मुद्रा भंडार शेष बचा है। अगर कोई मदद नहीं मिली, तो हालात बेहद खराब हो सकते हैं।