हस्तशिल्प निर्यात से जुड़े उद्योगों की समस्याओं पर हुई कार्यशाला
रुड़की। एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट (नई दिल्ली ) की ओर से हस्तशिल्प निर्यात से जुड़े उद्योगों की समस्याओं कि समाधान के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्योगपति अपने उद्योगों कैसे आगे बढ़ाएं और साइबर क्राइम से कैसे बचा जाए उसको लेकर भी चर्चा की गई। रुड़की में ईपीसीएच की ओर से अवधेश अग्रवाल के प्रयासों से कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट के सीओए और फेयर कमेटी चेयरमैन अवधेश अग्रवाल ने रुड़की शहर के निर्यातकों को आश्वासन दिया कि हमारी संस्था सदैव देश हित में निर्यात को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन कर निर्यातक एवं उद्यमी केतन भारद्वाज ने अवधेश अग्रवाल, राजेश सिंह असिस्टेंट डायरेक्टर ईपीसीएच सहित पूरी ईपीसीएच की टीम का रुड़की में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी ने साइबर क्राइम से बचने की विस्तृत जानकारी दी। स्मॉल स्केल इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष बीबी गुप्ता ने ईपीसीएच के प्रतिनिधियों की ओर से रुड़की के निर्यातकों की समस्याओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाने का स्वागत किया। विश्वास जताया कि इससे रुड़की में कार्यरत निर्यातकों को लाभ पहुंचेगा। कार्यक्रम में ईपीसीएस की ओर से शीशम लकड़ी की निर्यात पर लगी पाबंदी से निर्यातकों को आ रही समस्याओं के बदलाव के रूप में ईपीसीएच द्वारा एक नई लकड़ी मालाबार नीम की विस्तृत जानकारी का भी प्रस्तुतीकरण दिया गया। बताया कि भविष्य में शीशम वुड के बदले में मालाबार नीम की लकड़ी जो शीशम की तुलना में सस्ती है और आसानी से उपलब्ध है। कार्यक्रम में ईपीसीएच की ओर से वरुण ईसीजीसी की ओर से अनुज, शुभम और रुड़की से निर्यातकों के रूप में जलीसउर रहमान, साजिद रसूल, शोएब खान, निशांत मित्तल, गौरव वर्मा, शरद अग्रवाल, इंद्रजीत, जुनेद आलम, सिराज अली, उमर, हयात अंसारी, वीरेंद्र शुक्ला आदि मौजूद रहे।