Saturday, May 18, 2024
उत्तर प्रदेश

फिल्म सिटी से उत्साहित बॉलीवुड

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को सत्ता के साथ ही व्यवस्था में बदलाव का एहसास कराया है। इसकी प्रतिध्वनि देश की अर्थिक राजधानी तक सुनाई दी। प्रमुख उद्योगपतियों के साथ ही फिल्म जगत के दिग्गज भी उत्तर प्रदेश के प्रति उत्साहित हैं। यह विगत साढ़े पांच वर्षों में हुए सकरात्मक सुधारों का प्रतिफल है। उत्तर प्रदेश ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के लिए तैयार है। यहां फिल्म सिटी का निर्माण प्रगति पर है। बॉलीवुड सहयोग के लिए तत्पर है। यह सब योगी आदित्यनाथ की योजना के अनुरूप हो रहा है। पहले दिन से ही फिल्म जगत के लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। उसके अनुरूप ही कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। सन्यासी के रूप में योगी आदित्यनाथ की फिल्मों में अभिरुचि नहीं रही है। किन्तु राष्ट्रीय स्वाभिमान, गौरव सौर्य, संस्कृति और सभ्यता के विषयों से उनका सहज लगाव रहा है। इसके साथ ही वह राजधर्म का निर्वाह करना भी जानते है। सुशासन और समग्र विकास के प्रति वह संकल्पबद्ध है। इस समग्र विकास में कला और फिल्म निर्माण के विषय भी शामिल है। कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी निर्माण की कल्पना करना भी सम्भव नहीं था। आज यह सपना भी साकार हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास का प्रयास कर रहे है। पर्यटन व तीर्थाटन की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है। इस क्षेत्र में पिछले साढ़े पांच वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश के अनेक स्थान प्राकृतिक और ऐतिहासिक धरोहर की दृष्टि बहुत समृद्ध है। इन स्थानों पर फिल्मों की शूटिंग हेतु पर्याप्त सुविधा है। सरकार इसके मद्देनजर अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा रही है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का भी सृजन होगा। फिल्म सिटी अब आकार लेने लगी हैं। एक हजार एकड़ भूमि पर इसको विकसित किया जा रहा है। यह स्थान मथुरा वृंदावन से साठ व आगरा से सौ किमी. की दूरी पर है। यहां फिल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पैतीस एकड़ में फिल्म सिटी पार्क भी विकसित किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं। यहां अधूरा कुछ नहीं होता। यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है। गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। यह सभी पूर्णता के प्रतीक हैं। इसी परंपरा को गति प्रदान की जा रही है। उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। यह समाज का दर्पण है। फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेंट जोन की स्थापना कर रही है। इसके लिए फिल्म जगत के लोगों से भी सुझाव आमंत्रित किये गए हैं, जिससे फिल्म सिटी को बेहतरीन बनाया जा सके। योगी आदित्यनाथ के अनेक सकारात्मक कार्य विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित हुए हैं। एक बार फिर उन्होंने मंसूबा बनाया है। यूपी वैश्विक फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने के लिए तैयार है। प्रदेश में फिल्म निर्माण की असीम सम्भावनाएं हैं। इसके दृष्टिगत राज्य सरकार फिल्म नीति-2018 के माध्यम से फिल्म निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। राज्य में फिल्मों की शूटिंग होने से स्थानीय लोगों को रोजगार व प्रदेश के कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होता है। प्रदेश में फिल्म की शूटिंग करने वाले निर्माताओं को हर सम्भव सहयोग व सुविधा प्रदान की जा रही है। पिछली बार भी मुम्बई प्रवास के दौरान योगी आदित्यनाथ से मुम्बई में फिल्म अभिनेता एवं निर्माता अक्षय कुमार ने भेंट की थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अक्षय कुमार ने अपनी कला का सदुपयोग करते हुए टॉयलेट एक प्रेम कथा फिल्म के माध्यम से समाज को प्रेरक संदेश दिया। ऐसी फिल्में समाज में जागरूकता उत्पन्न करने में मददगार सिद्ध होती हैं। अक्षय कुमार ने फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी की स्थापना के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की थी। एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ने मुम्बई में फिल्म जगत के प्रतिनिधियों ने भेंट की। राज्य सरकार का प्रयास है कि ऐसी फिल्में बनें, जो देश और दुनिया के लिए यूनीक हों। इस सम्बन्ध में फिल्म जगत के सुझाव महत्वपूर्ण और उपयोगी साबित हो रहे हैं।उत्तर प्रदेश फिल्म जगत का केन्द्र बिन्दु है। फिल्म उद्योग के प्रयासों से उत्तर प्रदेश को चौसठवें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में मोस्ट फिल्म फ्रैण्डली स्टेट अवॉर्ड और अड़सठवें राष्ट्रीय फिल्म समारोह में भी मोस्ट फिल्म फ्रैण्डली स्टेट के रूप में स्पेशल मेंशन अवॉर्ड प्राप्त हुआ है। अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल गोवा में उत्तर प्रदेश को मोस्ट फिल्म शूटिंग फ्रैण्डली अवॉर्ड प्राप्त हुआ। गत वर्ष मुम्बई में भी उत्तर प्रदेश को एक अवॉर्ड प्राप्त हुआ। प्रदेश में सुरक्षा के साथ-साथ कनेक्टिविटी की बेहतर व्यवस्था की गयी है। विगत साढ़े पांच वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। फिल्म इंडस्ट्री भी इससे लाभान्वित होगी।
पांच वर्ष पहले तक प्रदेश में लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट्स क्रियाशील थे, वर्तमान में नौ एयरपोर्ट्स क्रियाशील हैं। दस एयरपोर्ट्स के निर्माण पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। शीघ्र ही इन्हें क्रियाशील किया जाएगा। जनपद चित्रकूट एवं सोनभद्र में भी एयरपोर्ट की सुविधा का विकास किया जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माध्यम से अच्छी कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान की गयी हैउत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में नेशनल पार्क के साथ-साथ सैकड़ों वर्षों की विरासत जुड़ी है। बुन्देलखण्ड के किले ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुडेघ् हैं। फिल्म शूटिंग के लिए सुरक्षा एवं कनेक्टिविटी सबसे बड़ी आवश्यकताएं हैं। उत्तर प्रदेश इस दृष्टि से पूरी तरह सक्षम है।
फिल्म सिटी का निर्माण उस जगह किया जा रहा है, जहां से मथुरा, बरसाना, नन्दगांव, गोकुल की दूरी आधे से पौन घण्टे में सड़क यात्रा से तय की जा सकती है। एशिया का सबसे बड़ा जेवर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट वहीं पर बनाया जा रहा है। फिल्म सिटी से दस मिनट की दूरी पर यह एयरपोर्ट स्थापित किया जा रहा है। फिल्म सिटी से दिल्ली एयरपोर्ट की दूरी तीस मिनट में तय की जा सकती है। मेट्रो और फोर लेन कनेक्टिविटी की व्यवस्था भी की जा रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्म जगत के कलाकार, निर्माता निर्देशक के रूप में फिल्म क्षेत्र से जुडे़ लोग इस क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं और चुनौतियों को भली भांति जानते हैं। इन लोगों के सुझावों को ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *