जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने सोमवार को जलशक्ति अभियान की समीक्षा
बागेश्वर। जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने सोमवार को जलशक्ति अभियान की समीक्षा की। उन्होंने भारत सरकार के जल संचय, संरक्षण और संवर्धन के पहलुओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कहा कि एक जुलाई से 15 सितंबर तक जल संरक्षण के तहत गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि जल शक्ति अभियान की शुरुआत हो गई है। जल शक्ति मिशन के तहत चुने गए रेखीय विभाग कृषि, उद्यान, सिंचाई आदि अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। जल संरक्षण एवं संवर्धन के तहत भूमि के जल स्तर में वृद्धि करनी है। कहा कि जल संरक्षण न केवल वर्तमान युग की दरकार है बल्कि एक सुनहरे भविष्य के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। इस बात पर विशेष बल दिया कि भूमि के जल स्तर के वृद्धि के लिए यह आवश्यक है कि अधिक से अधिक पौध रोपण किया जाए। प्रत्येक भवन में रेन हार्वेसटिंग तकनीक का प्रयोग अवश्य किया जाए। सरकारी कार्यालयों, आवासों आदि में वर्षा के जल को न केवल संचित किया जाए और उसका सदपयोग भी सुनश्चित करना है। सीडीओ एसएसएस पांगती ने बताया कि अभियान के तहत जलस्रोत के संरक्षण और रेन वाटर हार्डवेसटिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जल संरक्षण के संबंध में प्रधानमंत्री ने ग्रामीण प्रधानों को पत्र प्रेषित किए हैं। पत्रों को ग्राम प्रधानों को वितरित किया गया है। संरक्षण के संबंध में सरल विधियों से अवगत कराने को डिजिटल रथ को भी रवाना किया गया। बैठक में डीडीओ केएन तिवारी, सीएमओ डा. एसके शाह, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, जिला पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, तेजपाल सिंह, शिल्पी पंत, गीतांजलि बंगारी आदि मौजूद थे।