शंकराचार्य के चयन पर संतो का विरोध
शंकराचार्य का पद सनातन धर्म का सर्वोत्तम पद है , द्वारिका शारदा पीठ पर नवनियुक्त शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वर को शंकराचार्य बनाने को लेकर कई संतों में रोष है, उनका कहना है कि इस पद पर जन्मजात ब्राह्मण ही विराजमान हो सकता है और यह पूरी तरह से स्वघोषित शंकराचार्य हैं, शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष आनंद स्वरूप महाराज जी ने कहा कि वह और काली सेना उसका विरोध करेगी और हम मांग करेंगे कि सनातन धर्म के संविधान के अनुसार शंकराचार्य का चयन हो।