बड़ी वारदात से पहले ही रावण गैंग के तीन शार्प शूटर को देहरादून पुलिस ने किया गिरफ्तार
रिपोर्ट कुलदीप रावत
देहरादूनः – राजधानी देहरादून की प्रेम नगर पुलिस ने मुम्बई के कुख्यात रावण गैंग के तीन शार्प शूटरों को प्रेमनगर से गिरफ्तार कर लिया। यह तीनों शार्प शूटर10 दिन पहले ही देहरादून आये थे। यहां किसी वारदात को अंजाम देने के बाद आगे भाग निकलने की योजना थी। तीनो पर पूना में मकोका के तहत केस दर्ज है। बीते सात जून को पूना में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यछ दातेसने के दफ्तर में तोड़फोड़ के मामले में तीनों का नाम सामने आया था। शूटरों की पहचान अक्षय प्रभाकर सांवले पुत्र प्रभाकर सांवले निवासी अककुरेडी शीतला देवी मंदिर सुदाय कारबोर साल थाना निगड़ी जिला पुणे, दिनेश पुखराज रेणुवा पुत्र पुखराज रेणुआ निवासी मोर बस्ती चिखली साईं बाबा मंदिर के पास मानेचल रूम नंबर 3 थाना निगड़ी जिला पुणे व आकाश गणेश पवार पुत्र गणेश पवार निवासी इंदिरा नगर डबल ट्री होटल के बगल में थाना पिंपरी जिला पुणे के रूप में हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया जनपद देहरादून को गोपनीय रूप से जानकारी मिली थी कि जनपद देहरादून में एक बाहरी गैंग सक्रिय है जो जनपद में कोई घटना कर सकता है। जिस पर जनपद के सभी थाना चैकियों को अर्लट किया गया था। इसी क्रम में श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी नगर महोदय द्वारा भी थाना क्षेत्र में बंद घरों, एटीएम बैंक, ज्वैलरी शाप, मोबाईल शाप आदि की चेकिंग एवं निगरानी के निर्देश जारी किए गये थे इसी क्रम में 21 जून को को श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदया के पर्यवेक्षण एवं पुलिस उपाधीक्षक नगर महोदय के निर्देशन में थानाध्यक्ष प्रेमनगर द्वारा थाना एवं चैकी के पुलिस बल की अलग—अलग टीमें बनाकर चेकिंग की जा रही थी कि रात्रि लगभग 11ः00 बजे थानाध्यक्ष प्रेमनगर को सूचना प्राप्त हुई कि जेल के पास नदी किनारे सुनसान जगह पर कुछ लोग लूट की योजना बना रहे हैं इस सूचना पर विश्वास कर थाना एवं चौकी के पर्याप्त पुलिस बल के साथ दबिश दी गयी तो तीन व्यक्तियों लूट की योजना बनाते हुए पकड़ा गया, तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 02 पिस्टल 12 कारतूस एवं एक तमंचा 12 बोर व 04 कारतूस एवं 01 अदद मोटर साईकिल महाराष्ट्र नम्बर की व 07 अदद मोबाईल फोन जिसमें 04 एण्ड्रायड एवं 03 छोटे मोबाईल थे एवं 10 सिम अलग—अलग कम्पनियों के बरामद हुए सख्ती से पूछताछ करने पर इनके द्वारा अपने आप को पुणे महाराष्ट्र का होना बताया तथा अपने आपको रावण गैंग का सक्रिय सदस्य होना बताया (उक्त गैंग में 22 सदस्य है जिसमें से 16 सदस्य जेल में है) और बताया कि हम लोग लगभग पिछले 02 साल से अपनी पहचान छिपाकर अलग—अलग शहरों में रहते है तथा पिछले 01 सप्ताह से प्रेमनगर, देहरादून में किराये के मकान में रह रहे थे हमारा सारा पैसा खत्म हो चुका है यहा से अन्य शहर में जाने के लिए आज हम लोग किसी सुनसान जगह में लूट कर फरार होने की फिराक में थे और हम इसी प्रकार चोरी, लूट आदि करके अपना जीवन यापन करते हैं क्योंकि हमारे खिलाफ महाराष्ट्र में कई संगीन अपराध पंजीकृत है हमारे खिलाफ मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल आफ आर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट) के तहत अभियोग भी दर्ज हैं यदि हम पकड़े गए तो हमारी जमानत 4—5 साल तक नहीं हो पायेगी तथा हमारे द्वारा अभी दिनांक 07 – 06 – 2019 को राष्ट्रवादी काग्रेस पार्टी के चिकली नगर निगम के अध्यक्ष दातेसाने के कार्यालय में तोडफोड एवं मारपीट आदि की गयी थी जिसके कारण महाराष्ट्र पुलिस लगातार हमारा पीछा कर रही थी। जिस कारण हम भागकर यहा आकर छिप गये थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के बारे में सम्बन्धित जनपद से जानकारी की गई तो पता चला कि अभियुक्त गण एक सक्रिय रावण गैंग के शार्प शूटर है जिनके खिलाफ कई संगीन अभियोग दर्ज है तथा जो नवम्बर, 2017 से फरार चल रहे है तथा अभियुक्त अक्षय प्रभाकर सांवले व गणेश मकोका के तहत फरार चल रहे है तथा इनके गैंग का लीडर अनिकेत भाव रावण की 20 नवम्बर, 2017 को दूसर गैंग द्वारा हत्या कर दी गयी थी। इस गैंग का पुणे, महाराष्ट्र में काफी आतंक एवं खौफ व्याप्त है जिस कारण इनके खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस द्वारा मकोका के तहत अभियोग पंजिकृत किये गये है। महाराष्ट्र सरकार ने 1999 में मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल आफ आर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट) बनाया था इसका मुख्य मकसद संगठित और अंडर वर्ल्ड अपराध को खत्म करना था।