ऋषिकेश में गंगा का पानी बेच रहे मनमाफिक दाम पर
कुलदीप रावत
ऋषिकेश – रामझूला में मां गंगा के पानी को बेचने का काम करने वाले चेहरे सामने आए है , जहां पतित पावनी गंगे मां सभी भारतीयों की आस्था का प्रतीक है , सभी की मां कहलाती है वहीं दूसरी ओर कुछ लोग मां गंगे को भारी मात्रा में गंगा के जल को गोदाम में स्टॉक कर रहें है व उसके बाद गंगा जल को यात्रियों को बेचा जा रहा है
ऐसे मां गंगा को बेचने के काम करने पर जहां एक तरफ लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है वहीं दूसरी ओर NGT के नियमों की खुली धजीयां उड़ रही यही तीर्थनगरी ऋषिकेश में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपनी आस्था को लेकर पहुंचता है जो कि यहां के मंदिरों के दर्शन मात्र से व गंगा स्नान कर अपने आप को पूण्य का भागी समझता है , लेकिन उन्हीं यात्रियों को अगर गंगा जल भरकर बड़े मूल्य में बेचा जाए तो कहाँ रहेगी आस्था जी हां , ऐसा ही कुछ कर रहे है रामझूला के पास गीता भवन आश्रम के कुछ लोग जहां हजारों की संख्या में यात्री विश्राम हेतु कमरे लेने गीता भवन आता है उनको गंगा जल खरीदने का भी कहा जाता है यहां तक कि गंगा जल को डब्बे के जरिये डिस्प्ले में भी लगाया गया है जिसमें 1 लीटर 5 लीटर व 20 लीटर के डब्बों में डिस्प्ले कर खुले आम बेचने के लिए रखा गया है साथ ही भारी मात्रा में दिन दहाड़े भारी मात्रा में गोदाम के अंदर स्टॉक किया जा रहा है जो कि NGT के नियमों को खुल्ले आम ठेंगा दिखा रहा है
वहीं जब हमने बात की गीता भवन के असिस्टेंट मैनेजर से तो उनका कहना है हम गंगा जल विभिन आश्रमों को पहुंचाने का काम करते है , जो शुल्क हम लेते यही भराई , ढुलाई आदि का होता है , उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास इसकी कोई परमिशन भी नहीं हैगंगा प्रेमी चेतन शर्मा ने बताया कि गंगा मां को बेचना हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुँचाता है ,ऐसे काम कर साथ ही NGT के नियमों को भी ठेंगा दिखा रहा है सम्बंधित अधिकारियों व प्रशासन को तत्काल ऐसे लोगों पर कार्यवाही करनी चाहिए