पैसा दोगुना करने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार
बागेश्वर – ऑनलाइन शेयर मार्केट में पैसा लगाकर उसे दोगुना करने का झांसा देने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पकडऩे में बैजनाथ पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस दोनों आरापियों को इंदौर मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर ले आई है। यह कार्रवाई गरुड़ के व्यापारी की शिकायत पर हुई है। अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता में एसपी लोकेश्वर सिंह ने इस बात का खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि 30 मई को टीट बाजार गरुड़ निवासी दीप वर्मा पुत्र ईश्वरी लाल वर्मा ने बैजनाथ थाने में शिकायत की थी कि ट्रेड प्राइम रिसर्च कंसलटैंट कंपनी के नाम पर आरोपियों ने शेयर मार्केट में ऑनलाइन पैसा लगाकर धनराशि दोगुना करने की बात कही गई। उनके झांसे में आकर उन्होंने उनके बैंक खाते से 1 लाख 23 हजार 700 रुपये भेजे। बाद में उन लोगों से संपर्क करने का प्रयास किया तो नहीं हो पाया। उनकी शिकायत केआधार पर थाने में आईपीसी की धारा 420/120बी के तहत महेंद्र गुप्ता और अन्य के नाम से अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना उप निरीक्षक अविनाश मौर्य को सौंपी गई। इसके बाद थानाध्यक्ष कैलाश सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टेक्निकल टीम द्वारा दी गयी लीड के आधार अरोपियों की तलाश हेतु पुलिस टीम भेजी गई। पुलिस ने संजय विजय वर्गीय पुत्र मुरारी लाल विजय वर्गीय उम्र 48 वर्ष निवासी- शंकरगंज मेन रोड इंदौर मध्यप्रदेश तथा अश्विन पुत्र योगेश उम्र-27 वर्ष निवासी- 16 स्नेह नगर इन्दौर, मध्यप्रदेश को 9 मई को उसके निवास से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही सीजेएम इंदौर की अदालत से आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड में लिया गया। बुधवार को दोनों को सीजेएम बागेश्वर की अदालत में पेश किया गया। न्यायालय के निर्देश के बाद दोनों को जेल भेज दिया है। एसपी सिंह ने बताया कि आरोपी अश्विन पुत्र योगेश एमबीए की डिग्री धारक है। उसने ट्रेड प्राइम रिसर्च कन्सलटैन्ट कंपनी से काम छोड़ दिया। काम छोडऩे के बाद अपने सहयोगी के साथ मिलकर ट्रेड प्राइम रिसर्च कन्सलटैन्ट कम्पनी के नाम पर फर्जी कम्पनी बनाकर लोगों से फोन के माध्यम से संपर्क किया। उनको ऑनलाइन शेयर माकेर्ट में पैसा लगाकर दोगना फायदा पहुंचाने के बारे में बताया जाता था। इससे जो व्यक्ति इनके झांसे में आ जाते थे, उनसे पैसा अपने खातों में डलवा लेते थे। धोखाधड़ी करने के बाद ये फोन नंबर और खातों को बंद कर देते थे। ये लोग इसी प्रकार लोगों से अलग-अलग मोबाइल फोनों से संपर्क कर अपना असली नाम न बताकर अलग-अलग नाम से धोखाधड़ी करते थे। इनसे दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए है