Sunday, May 19, 2024
समाचारराष्ट्रीय

अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही इमरान ने खोया बहुमत

इस्लामाबाद।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्तारूढ़ गठबंधन के एक मुख्य सहयोगी दल के विपक्षी खेमे से जा मिलने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही संसद में बहुमत खो दिया। एमक्यूएम-पी के पास सात सांसद हैं। जमीयत उलेमा-ई-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलान फजलुर रहमान ने कहा कि संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में अब विपक्ष के पास 175 सांसद हैं। यह पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ को इमरान खान के हटने के बाद नया प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नीत गठबंधन सरकार के अहम सहयोगी दल मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने इस्लामाबाद में प्रेस कांफ्रेंस कर ऐलान किया कि वह विपक्षी खेमे में शामिल हो गया है। एमक्यूएम-पी प्रमुख खालिद मकबूल सिद्दिकी ने कहा, हम सहिष्णुता और सच्चे लोकतंत्र की राजनीति के लिए नई शुरुआत करना चाहते हैं। सात सांसदों वाले दल एमक्यूएम-पी के साथ छोड़ने से इमरान सरकार ने सदन में स्पष्ट रूप से बहुमत खो दिया है।
सरकार के एक अन्य सहयोगी और पांच सांसद रखने वाले दल बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) ने सोमवार को ही ऐलान कर दिया था कि उसने इमरान सरकार के खिलाफ मतदान करने के विपक्ष की पेशकश को स्वीकार कर लिया है। पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद ने कहा कि प्रधानमंत्री खान बुधवार शाम राष्ट्र के नाम संबोधन में राजनीतिक हालात पर चर्चा करने वाले हैं। इमरान खान की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की विशेष बैठक के बाद राशिद ने मीडिया को संबोधित किया ।
पाकिस्तान में गत आठ मार्च को नेशनल असेंबली में विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद देश में राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नेशनल असेंबली के सत्र का आयोजन बृहस्पतिवार को होगा। इमरान खान को सरकार बचाने के लिए 342 सदस्यीय संसद (नेशनल असेंबली) में 172 मत की जरूरत पड़ेगी। जियो न्यूज की खबर के मुताबिक एमक्यूएम-पी ने विपक्ष का सहयोग करने का फैसला किया है और इसके दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।

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