हजरत रमजान अली शाह उर्फ मुरली वाले बाबा की दरगाह पर रूहानी महफिल का आयोजन
सीतापुर
मोहल्ला गांधी नगर स्थित मशहूर सूफी संत हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक हजरत रमजान अली शाह उर्फ मुरली वाले बाबा की दरगाह पर रूहानी महफिल का आयोजन किया गया। दरगाह कमेटी के सचिव हाजी शोहराब अली कादरी तथा मुतवल्ली हाजी मुन्नन अली के द्वारा फातिहा, चादर और गुलपोशी की रस्म अदा की गई। अकीदतमन्दों को तबर्रुक तक्सीम किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अकीदतमंद शरीक होकर अपने नजराने पेशकर फैज हासिल किया। इस मौके पर अकीदतमन्दों को संबोधित करते हुए हाजी सोहराब अली कादरी ने कहा कि पीरो और बुजुर्गों के बताए हुए रास्ते पर चलकर इंसान न सिर्फ जीवन में कामयाब होता है। बल्कि सारी मखलूक के लिए हमदर्द और फायदेमंद साबित होता है। हिंदुस्तान पूरे संसार में अध्यात्म और रूहानीयत का सदैव मरकज रहा है। हर इंसान सच्चाई और हक की तलाश में रहता है। सूफी संत, सत्य, मानवता और सेवा के प्रतीक है। इस अवसर पर मुतवल्ली हाजी मुन्नन अली, साबिर अली, शायर अफजल लहरपुरी, कारी नुरुल हुदा मिस्बाही, शिक्षक अनवर अली, अधिवक्ता जेड आर रहमानी ने भी नजराने अकीदत पेश किये। महफिल में इस्लामुद्दीन, रईस अहमद, इकबाल अहमद, शब्बीर अली, महताब, डॉक्टर अली आदि मौजूद थे।